नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने नवंबर के पहले सप्ताह में घरेलू पूंजी बाजारों में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। सरकार द्वारा आर्थिक सुधारों को लेकर उठाए गए कदम से बाजार की धारणा बदली है और निवेश में इजाफा हुआ है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने 1-9 नवंबर के दौरान शेयरों में 6,433.8 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया। वहीं उन्होंने कर्ज या बांड बाजार में भी 5,673.87 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह घरेलू पूंजी बाजारों में उनका शुद्ध निवेश 12,107.67 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले दो माह में भी एफपीआई ने पूंजी बाजारों में शुद्ध निवेश किया था।
अक्टूबर में एफपीआई का शुद्ध निवेश 16,464.6 करोड़ रुपये और सितंबर में 6,557.8 करोड़ रुपये रहा था। सैम्को सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख उमेश मेहता ने कहा, एफपीआई ने खुले दिल से खरीदारी नहीं की। उन्होंने सप्ताह के दौरान प्रतिदिन औसतन 550 करोड़ रुपये की लिवाली की। पूर्व में एफपीआई ने आक्रामक तरीके से 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये की लिवाली की थी।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने सितंबर महीने के अंत में कॉरपोरेट टैक्स में 10 फीसद कटौती का एलान किया था। साथ ही एफपीआई टैक्स अधिभार को भी खत्म कर दिया गया। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने FPI के लिए अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) नियम आसान बना दिए हैं, इससे वे प्रतिभूति बाजार से बाहर भी लेनदेन कर सकते हैं।