उज्जैन। कानपुर के बिकरू में हुए शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे काे पुलिस ने गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार सुबह महाकाल मंदिर की सुरक्षा कंपनी ने संदिग्ध जानकर पकड़ा और महाकाल थाना पुलिस को सूचना दी। सूत्राें के अनुसार, साथियाें के लगातार एकाउंटर से डरा विकास सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच मंदिर परिसर में अपने दाे साथियाें के साथ सरेंडर के इरादे से ही पहुंचा था।
उसने बाबा महाकाल के दर्शन के लिए वीआईपी एंट्री के लिए 250 रुपए की रसीद कटवाई। इस दौरान उसने अपना सही नाम विकास दुबे ही लिखवाया। इसके बाद वह महाकाल बाबा के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में पहुंचा। दर्शन के बाद विकास वहां मौजूद जवानों के पास गया और बोला कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं, मुझे पकड़ लो। इसके पहले उसने शंका को देखते हुए अपने मोबाइल पर कुछ वीडियो भी बनाए। इसके बाद जवानों ने उसे पकड़ लिया और एग्जिट मार्ग से बाहर लाकर चौकी में बिठा लिया। इसके बाद उच्च अधिकारियों को जानकारी दी। कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे अधिकारी उसे महाकाल थाने से किसी गोपनीय जगह पर लेकर रवाना हो गए।
मामले में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 5 लाख के इनामी गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी हो गई है। अभी वह पुलिस की कस्टडी में है। अभी गिरफ्तारी कैसे हुई, इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है। वह क्रूरता की हदें शुरू से यह पार कर रहा था। इंटेलीजेंस की बात है- ज्यादा कुछ भी कहना सही नहीं है। वारदात होने के बारे से ही हमने पूरी मप्र पुलिस को अलर्ट पर रखा था।
इससे पहले गुरुवार को विकास के दो करीबी प्रभात मिश्रा और बऊआ उर्फ प्रवीण मारा गया। प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में प्रभात ने भागने की कोशिश की, उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया। दूसरी ओर विकास गैंग के ही बऊआ दुबे उर्फ प्रवीण को पुलिस ने इटावा में मार गिराया। दोनों बदमाश 2 जुलाई को बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल थे