लखनऊ। हज आवेदन की आज मंगलवार को अंतिम तिथि है लेकिन सोमवार तक मात्र 9136 आवेदन ही हुए हैं। यह आंकड़ा संभावित हज कोटे की सीटों का आधा भी नहीं है। कोरोना काल से पहले वर्ष 2019 में प्रदेश की हज सीटों का कोटा करीब 32 हजार सीटों का था। कोरोना के चलते वर्ष 2020 और 2021 की हज यात्रा निरस्त थी। हालांकि हज कमेटी ऑफ इंडिया ने अब तक प्रदेश के हज कोटे की सीटें तय नहीं की हैं, लेकिन बीते सालों की तरह प्रदेश को 32 से 34 हजार हज सीटें मिलने की उम्मीद है।
सबसे अधिक हज सीटों के कोटे वाले यूपी में हज आवेदन की सुस्ती ने हज कमेटी की नींद उड़ा दी है। आलम यह है कि मैनपुरी से एक भी आवेदन नहीं हुआ है। चित्रकूट से मात्र एक और ललितपुर से पांच लोगों ने हज पर जाने की ख्वाहिश जाहिर की है।
आवेदन करने में मुरादाबाद सबसे आगे है, यहां से 621 आवेदन हुए हैं। दूसरे नंबर पर लखनऊ है। यहां से 568 लोगों ने आवेदन किया है। तीसरे नंबर पर रामपुर है। यहां से 356 आवेदन हुए हैं। बगैर महरम कोटे से 17 महिलाओं ने और 70 साल से ऊपर के बुजुर्ग कोटे से 300 आवेदन हुए हैं।
राज्य हज कमेटी के सचिव राहुल गुप्ता ने आवेदन की सुस्त रफ्तार पर चिंता जताते हुए कहा कि हज कमेटी ऑफ इंडिया से आवेदन की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया जाएगा।