उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक और बेटी की दुष्कर्म के बाद मौत हो गई। कोतवाली सादाबाद क्षेत्र के मई जटोई गांव की 6 वर्षीय बच्ची के साथ 20 दिन पहले अलीगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र में दुष्कर्म हुआ था। आरोप पीड़ित की मौसी के लड़के पर है। वह रिश्ते में भाई है। पीड़ित को इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया था, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई।
घटना से नाराज परिजन ने हाथरस में बलदेव रोड पर सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। हालांकि, थाना प्रभारी को सस्पेंड किए जाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। गांव में तनाव को देखते हुए मौके पर पुलिसबल तैनात किया गया। पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पीड़ित बड़ी बहन के साथ मौसी के यहां रहने गई थी
दरअसल, जटोई गांव निवासी एक ग्रामीण की पत्नी की जनवरी में मौत हो गई थी। पिता का कहना है कि तीन माह पहले बच्ची अपनी बहन के साथ मौसी के यहां रहने गई थी। 17 सितम्बर को बच्ची के साथ मौसी के लड़के ने दुष्कर्म किया था। सीओ इगलास परशुराम सिंह ने बताया कि उसी दिन बच्ची को जिला अस्पताल भेजा गया था।
24 सितम्बर को नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया गया
अगले दिन बच्ची को पिता के हवाले कर दिया गया। चाइल्ड लाइन बच्ची की देखरेख कर रही थी। उसके बाद पिता ने एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में उसे भर्ती करवाया। 21 सितम्बर को आरोपी के संबंध में इगलास थाने में शिकायत की गई। 24 सितम्बर को नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
बाल कल्याण समिति के आदेश पर आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा
उसे किशोर न्यायालय में पेश किया गया। जहां बाल कल्याण समिति के आदेश पर आरोपी को मथुरा बाल सुधार गृह भेज दिया गया। इस बीच बच्ची की हालत बिगड़ गई तो 4 अक्टूबर को मेडिकल कॉलेज से दिल्ली एम्स ले जाया गया। सोमवार को दिन में बच्ची की मौत हो गई।
पिता का आरोप- सही आरोपी नहीं पकड़ा गया
पिता का आरोप है कि पुलिस ने गलत लड़के को गिरफ्तार किया है। जिस लड़के को गिरफ्तार बाल गृह भेजा गया, वह मानसिक रोगी है। मरने से पहले बेटी ने जिसका नाम लिया था, उसके छोटे भाई को पकड़ा गया है। आरोपी उससे बड़ा है। मेरी बड़ी लड़की को अलीगढ़ से वापस लाया जाए। पिता ने इगलास थाना प्रभारी पर धमकाने का भी आरोप लगाया है।
थाना इंचार्ज सस्पेंड, विभागीय जांच के आदेश
अलीगढ़ के एसएसपी मुनिराज जी ने बच्ची के साथ रेप की घटना में शिथिलता बरतने के आरोप में थाना इगलास इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। प्रशासन ने मासूम बच्ची के परिवार को 5 लाख की सहायता राशि दी है।