नई दिल्ली। नोवल कोरनावायरस का असर देश की सभी कंपनियों पर हुआ है। जिसके चलते कई कंपनियां कर्मचारियों की संख्या कम करने में लगी हैं। दूसरी तरफ, हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमिटेड (HCL) ने कहा है कि वो अपने 150,000 कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी। साथ ही, सभी को पिछले साल का बोनस भी देगी। इससे पहले कंपनी वित्त वर्ष 2015 की योजना के अनुसार इस साल 15,000 फ्रेशर्स को जॉब देना का ऐलान कर चुकी है। हालांकि, इस प्रॉसेस की गति धीमी होगी।
इस बारे में कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर अप्पाराव वीवी ने कहा, “कंपनी के प्रोजेक्ट कैंसल नहीं हुए हैं, लेकिन नए प्रोजेक्ट में कुछ देरी जरूर दिख रही है। हालांकि, कंपनी को अच्छे इशारे मिल रहे हैं और करीब 5000 लोगों की जरूरत है, जिसके लिए वह रिक्रूटमेंट कर रहे हैं। हम ट्रांसपोर्टेशन और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तनाव का सामना कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि हमारे लिए फ्रेशर्स की मांग बरकरार रहेगी। हालांकि, कोविड-19 महामारी को देखते हुए चीजों में कुछ बदलाव हो सकते हैं। फिलहाल कंपनी अपने कर्मचारियों का वेतन कम करने या बोनस पर रोक लगाने जैसा कोई विचार नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि जो बोनस हम कर्मचारियों को दे रहे हैं, वह उनके पिछले 12 महीनों के काम का नतीजा है और हमने जो वादा अपने लोगों से किया है उसे पूरा करेंगे। यहां तक कि 2008 की मंदी के दौरान भी हमने किसी भी कर्मचारी की सैलरी नहीं काटी थी और हम अभी भी उसी संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं।”बता दें कि आईटी-बीपीएम सेक्टर की कंपनियों जैसे इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस, डब्ल्यूएनएस और अन्य ने वेतन बढ़ोतरी में देरी की है और प्रमुख बाजारों में कारोबार में वृद्धि को लेकर अनिश्चितता देखी जा रही है। विप्रो ने कहा कि पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कई विकल्पों का मूल्यांकन करेगा कि नौकरियों को बनाए रखा जाए।