लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सोमवार को कानपुर शूटआउट की हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज से जांच कराने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता की सभी मांगे पूरी हो चुकी है। इसलिए इस पर आगे सुनवाई करना ठीक नहीं है।
दरअसल, नंदिता भारती ने कानपुर शूटआउट मामले की जांच कराने को लेकर याचिका दाखिल की थी। उन्होंने शूटआउट से लेकर गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए थे। जिस पर सोमवार को जस्टिस पंकज जायसवाल और जस्टिस करुणेश पवार ने याचिका पर सुनवाई की। राज्य सरकार की तरफ से वकील विनोद शाही ने कोर्ट को बताया कि, रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच आयोग का गठन कर दिया गया है। सीनियर आईएएस की अध्यक्षता में एसआईटी बना दी गई है। जांच शुरू हो गई है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जस्टिस पंकज जायसवाल और जस्टिस करुणेश पवार ने याचिकाकर्ता से कहा कि, एसआईटी और आयोग से जांच जारी है। आपकी मांगे मानी जा चुकी हैं, अतः यह याचिका डिसमिस की जाती है।