कराची। पाकिस्तान में डेंटल कॉलेज की एक हिंदू छात्रा की हत्या के मामले में समाजिक कार्यकर्ता लामबंद हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने सितंबर में छात्रावास के कमरे में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गई नम्रता चंदानी के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। बता दें कि 6 नवंबर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि दुष्कर्म के बाद नम्रता की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद ये मांग की गई है।
सितंबर में लरकाना के शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्रावास के कमरे नम्रता का शव पंखे से लटका मिला था। वो यहां बैचलर्स ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) की पढ़ाई करती थी और फाइनल इयर की छात्रा थी।शनिवार को कराची प्रेस क्लब के बाहर धरना प्रदर्शन में दर्जनों कार्यकर्ता प्लेकयार्ड लेकर और नारेबाजी करते हुए दिखाई दिए। उऩ्होंने इस दौरान कॉलेज प्रमुख को हटाने की मांग की।
महिला कर्मचारी महासंघ (HBWWF) और युवा कार्यकर्ता समिति द्वारा संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन का आयोजन कराया गया।प्रदर्शनकारियों ने कामकाजी महिलाओं और महिला छात्रों के उत्पीड़न के मामलों से निपटने में विफल रहने के लिए सिंध सरकार की भूमिका पर सवाल उठाया।
घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं
एचबीडब्लूडब्लू की महासचिव ज़हरा खान ने कहा कि सिंध और अन्य प्रांतों में स्कूल और कॉलेज में महिला छात्रों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ये काफी दुर्भाग्य की बात है कि कॉलेज प्रसाशन ने नम्रता की हत्या को आत्महत्या बताया। इस तरह की घटनाओं को रोकने के बजाय प्रशासन अक्सर इन मामलों को दबाने या उन्हें कुछ और रंग देने की कोशिश करता है ताकि वास्तविक अपराधियों को कुछ न हो सके।
यौन उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय
नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन के महासचिव नासिर मंसूर ने कहा कि स्कूल और कॉलेजो में यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे है और महिला छात्रों के लिए शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। प्रदर्शन को यंग वर्कर्स कमेटी के नेता शाह फैसल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मुख्य रूप से सिंध में सुरक्षाबलों को सुरक्षा के नाम पर विश्वविद्यालयों में तैनात किया गया है, लेकिन फिर भी वहां महिलाछात्रों के यौन उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।