लखनऊ। 1985 बैच के आईपीएस अफसर हितेश चंद्र अवस्थी को सूबे का डीजीपी बनाया गया है। 31 जनवरी को डीजीपी ओपी सिंह के रिटायर्ड होने के बाद से वह कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के तौर पर काम कर रहे थे। सीएम योगी की सहमति मिलने के बाद राज्य के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने अवस्थी की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। अवस्थी सीबीआई में भी काम कर चुके हैं।
इन पदों पर रहे हितेश चंद्र अवस्थी
2005 से 2008 तक नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) में डीआईजी एवं डिप्टी डाइरेक्टर
2008 से 2013 तक सीबीआई में आईजी एवं ज्वाइंट डाइरेक्टर के पद परदो बार प्रदेश के गृह विभाग में विशेष सचिव भी रहेअविभाजित उत्तर प्रदेश में टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार के एसपी रहे।
2016 में एडीजी से डीजी पद पर प्रमोट हुए।डीजीपी मुख्यालय, टेलीकॉम, होमगार्ड्स, एंटी करप्शन आर्गनाइजेशन (एसीओ) तथा आर्थिक अपराध एवं अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) में डीजी रहे।
2017 से डीजी विजिलेंस के पद पर कार्यरत रहे हैं।
कई अफसर थे डीजीपी की रेस में
यूपी पुलिस का मुखिया बनने की रेस में कई अफसर थे। इनमें 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी डीजी सुजान वीर सिंह, 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी डीजी डॉ. आरपी सिंह, इसी बैच के उप्र राज्य मानवाधिकार आयोग के डीजी जीएल मीणा, डीजी फायर सर्विस विश्वजीत महापात्रा, 1988 बैच के डीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड आरके विश्वकर्मा, डीजी जेल आनंद कुमार व केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आ रहे डीजी डीएस चौहान के नाम शामिल थे।