कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी संस्थानों में बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत आईआईटी बीएचयू ने एक पहल की है। इसके तहत संस्थान में सैनिटाइजर बनाकर उसे अलग-अलग जगहों पर वितरित कराया जा रहा है। जिला प्रशासन और नगर निगम के सहयोग से अब तक नगर निगम और रोटरी क्लब को 159 लीटर सैनिटाइजर दिया जा चुका है।
जिलाधिकारी, डीआईजी और सीआरपीएफ कार्यालयों और बीएचयू परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को सैकड़ों बोतल हैंड सैनिटाइजर दिया गया। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने फेसबुक पर इसकी फोटो लगाकर संस्थान के कार्यों की सराहना की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित गाइड लाइन का पालन करते हुए केमिस्ट्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रामानाथन और स्कूल ऑफ बायोमेडिकल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मार्शल के दिशा निर्देश में आईआईटी (बीएचयू) गुणवत्तायुक्त और सस्ते सैनिटाइजर उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रहा है।
इस क्रम में नगर आयुक्त गौरांग राठी के अनुरोध पर संस्थान द्वारा दो चरण में कुल 127 लीटर सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया। वहीं, रोटरी क्लब के पदाधिकारी दीपक अस्थाना को भी 32 लीटर सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया। आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद जैन ने बताया कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने संस्थान द्वारा सैनिटाइजर बनाने की विधि भी मांगी जिसे सरल शब्दों में उपलब्ध कराया गया।
सीआरपीएफ के जवानों को 1200 बोतल, आईआईटी और बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों, स्टाफ को 100 बोतल सैनिटाइजर अब तक दिए जा चुके हैं। संस्थाओं, अस्पतालों, डीएलडब्ल्यू में भी आईआईटी की तरफ से सैनिटाइजर बनाने की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। वर्तमान में संस्थान को 34वीं वाहिनी भुल्लनपुर पीएसी ने 125 लीटर और रोटरी क्लब ने 10 लीटर सैनिटाइजर उपलब्ध कराने की मांग की है। प्रो. जैन ने बताया कि संस्थान सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए इस खतरनाक वायरस से लड़ने को पूरी तरह तैयार है।