आगरा। नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर ताजनगरी में कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उसके बावजूद जिला प्रशासन ने शुक्रवार से इंटरनेट सेवा बंद करा दी थी। एक-एक दिन की अवधि बढ़ाते हुए लगभग 90 घंटे बाद सोमवार शाम करीब सात बजे इंटरनेट सेवा बहाल हुई। मोबाइल यूजर्स इंटरनेट के इंतजार में बेहाल हुए जा रहे थे। आलम यह था कि सोमवार शाम पांच बजे से समय काटना मुश्किल हो गया। ऐसा लग रहा था कि बस, इससे ज्यादा इंतजार और नहीं कर सकते। जैसे ही सेवा आरंभ हुई, उसके साथ ही चेहरे खिले और सोशल मीडिया पर बधाई के संदेश भी चल पड़े।
वहीं कांचनगरी फीरोजाबाद में भी सोमवार रात आठ बजे के करीब इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है।
वाट्स एप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसी चिट-चैट एप्स से दूरी आगरा के लोगों को अब भारी गुजरने लगी थी। पहले रविवार को सेवा बहाल होने की उम्मीद थी, उसे सोमवार तक के लिए टाल दिया गया। सोमवार शाम पांच बजे से ही दैनिक जागरण कार्यालय में फोन आने लगे कि इंटरनेट कब शुरू होगा। सभी का एक ही सवाल था कि जब आगरा शांत रहा तो यहां के लोगों को इंटरनेट से वंचित क्यों रखा जा रहा है।
इधर 90 घंटे तक आगरा में ओला, उबर, जोेमेटो, स्विगी, पेटीएम, फास्टैग जैसी सुविधाएं ठप रहीं। ऐसे में लोगों को लगने लगा कि जिंदगी जैसे 20 साल पहले लौट गई हो। शुरूआत में एक-दो दिन तो इंतजार आसानी से कर लिया लेकिन अब सब्र का पैमाना छलकने लगा था।