नई दिल्ली। ईरान में कोरोना वायरस का जिस तरह से प्रकोप गहराता जा रहा है उसे देखते हुए वहां फंसे भारतीयों को निकालने के काम में भी बाधा आ रही है। ईरान से जो सूचनाएं आ रही हैं उसके मुताबिक अभी भी 1100 भारतीय वहां फंसे हुए हैं। तेहरान स्थित भारतीय दूतावास उनकी देखभाल में लगा हुआ है इसके बावजूद संख्या ज्यादा होने की वजह से उन्हें भारत लाने की तैयारियों में विलंब हो रहा है।
ईरान से यह सूचना भी आई है कि वहां जितने भारतीय हैं उनमें से काफी ज्यादा संख्या में (तकरीबन 250) कोरोना वायरस से पीड़ित हो चुके हैं, यह एक बड़ी वजह है कि सरकार उन्हें स्वदेश लाने की योजना नहीं बना रही है। फिलहाल भारत सरकार ईरान से बात कर रही है कि पीड़ित भारतीयों को अलग रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करे। अगर जरुरत हुआ तो भारत इसमें मदद करने को तैयार है। अभी तक के नियम के मुताबिक विदेश में सिर्फ उन्हीं भारतीयों को स्वदेश लाया जाता है जो इस वायरस से संक्रमित नहीं हो। इस वजह से ही वायरस से पीड़ित (पॉजिटिव पाये गये) लोगों को स्वदेश लाने में दिक्कत आ रही है।
इस बारे में जब विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (कोरोना) दम्मू रवि से पूछा गया तो उनका जवाब था कि, ”यह संभव है कि जिस देश में इतनी बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं, वहां रहने वाले भारतीयों की जांच भी पोजिटिव आई हो। वैसे ईरान में कितने भारतीयों की जांच पॉजिटिव आई है, इसकी सूचना अभी नहीं मिली है लेकिन तेहरान स्थित भारतीय दूतावास सभी के साथ संपर्क स्थापित किये हुए है और उन्हें सुरक्षित रखने के लिे जो भी उचित कदम होगा वह उठाया जाएगा। अभी हम प्रभावित भारतीयों की सूचना एकत्रित कर रहे हैं।”
इस बारे में विदेश मंत्रालय की तरफ से अभी तक कोई अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन मीडिया से आई सूचनाओं के मुताबिक ईरान में 1100 भारतीय तीर्थयात्री फंसे हुए हैं और इनमें से अधिकांश लद्दाख क्षेत्र के हैं। इन लोगों ने मंगलवार को तेहरान स्थित भारतीय दूतावास के सामने प्रदर्शन भी किया है कि उन्हें जल्द से बाहर निकालने की व्यवस्था हो।
सनद रहे कि ईरान अभी चीन व इटली के बाद तीसरा सबसे प्रभावित देश है। मंगलवार देर शाम तक ईरान में 16,159 लोग कोरोनावायरस जांच पोजिटिव आया है और अभी तक 988 लोगों की मौत हो चुकी है। सिर्फ मंगलवार को इस वायरस से वहां 135 मौते हुई हैं। ईरान की सरकार पहले कई दिनों तक वायरस के प्रसार की सूचनाएं छिपाए रही और अब वहां कहा जा रहा है कि काफी लोगों की मौत हो सकती है। ईरान से चार बैच में भारतीयों को वापस भी लाया गया है।