ओपेक चिकित्सालय कैली में भर्ती एक युवक ने फेसबुक लाइव कर शुक्रवार की रात इलाज न करने का आरोप अस्पताल प्रबंधन पर लगाया। उसे दो अप्रैल 2020 को ओपेक चिकित्सालय कैली में भर्ती कराया गया था। डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि उसकी काउन्सिलिंग कर दी गई है। जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। सीएमएस डा.जीएम शुक्ल ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
फेसबुक पर लाइव कर युवक ने बताया कि उसकी सांस फूल रही है। उसे बुखार है और परेशानी हो रही है, लेकिन कोई भी स्टॉफ उसका इलाज नहीं कर रहा है। सभी कमरा बंद कर सो गए हैं। यदि इलाज नहीं किया गया तो वह वार्ड से भाग जाएगा और 10 फिर 100 लोगों को कोरोना फैलाएगा। उसने बताया कि उच्चाधिकारियों को भी फोन किया, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। युवक होली में दिल्ली से घर आया था। 15 मार्च को वापस दिल्ली चला गया। तबीयत खराब होने पर 28 मार्च को केजीएमयू लखनऊ गया। वहां से लक्षण के आधार पर दवा दी गई। वह 29 मार्च को बस्ती पहुंचा और 30 मार्च को जिला अस्पताल में इलाज कराया।
दो अप्रैल को सांस लेने में परेशानी, बेचैनी और बुखार होने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसे भर्ती कर लिया गया। तीन अप्रैल को मेडिकल कॉलेज बस्ती में भर्ती कराया गया। युवक के पिता का कहना है कि कोरोना का संदेह होने के चलते उसे घर में ही क्वारंटीन करके रखा गया था। लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है