जहानाबाद। बिहार के जहानाबाद में एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। जिले के सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार को डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया, लेकिन पटना ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। डॉक्टरों के पटना रेफर करने के बाद पिता एंबुलेंस के लिए इधर-उधर भटकता रहा। इस दौरान बच्चे ने मां की गोद में दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद शव को गांव ले जाने के लिए भी परिवार को एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई। मामला सामने आने के बाद डीएम ने हेल्थ मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही दो डॉक्टरों और चार नर्सों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
बच्चे के पिता गिरिजेश कुमार का आरोप है कि सदर अस्पताल के लोगों ने बच्चे को पटना रेफर किए जाने के बाद उसे अपने हाल पर छोड़ दिया। न ही उसे एंबुलेस मुहैया कराई गई, ना ही कोई दूसरी व्यवस्था दी गई। गिरजेश ने बताया कि उसके बेटे को कई दिनों से सर्दी खांसी थी। लगातार बुखार भी आ रहा था। पहले उसने स्थानीय डॉक्टर को दिखाया। जब बेटे को आराम नहीं मिला तो कुर्था के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया।
जहां से उसे जहानाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। कुर्था में भी उसे एंबुलेंस नहीं मिली थी। उस समय वो टैम्पो करके अरवल जिले से जहानाबाद आया था। जहानाबाद में बच्चे की स्थिति को देखते हुए यहां के डॉक्टरों ने उसे पटना के पीएमसीएच हॉस्पिटल रेफर कर दिया।