लखनऊ। झलकारीबाई अस्पताल की ओपीडी में पंजीकरण कराने के लिए अब गर्भवती महिलाओं को लंबी लाइनों और धक्का मुक्की से छुटकारा मिल जाएगा। जल्द ही यहां दो क्लर्क और एक कंप्यूटर ऑपरेटर का पद भरा जायेगा। हर दिन गर्भवती महिलायें लंबी कतार में लगकर इलाज करवाती हैं, भीड़ होने पर कई बार ये कतार सड़क तक चली जाती है।
नॉन पैरा मेडिकल कर्मचारियों का कार्यकाल 30 सितंबर के बाद से निरस्त कर दिया गया है। तब से अब तक क्लर्क का पद खाली पड़ा है। अन्य कर्मचारी क्लर्क का काम संभाल रहे हैं। अस्पताल में मरीज का पूरा ब्योरा, पैथोलॉजी जांच समेत अन्य सभी रिपोर्ट अस्पताल के सॉफ्टवेयर में फीड किया जाता है। क्लर्क न होने से सॉफ्ट कॉपी नहीं बन पा रही है।
अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिका डॉ सुधा वर्मा का कहना है कि हमें जननी सुरक्षा, कन्या सुमंगला योजना आदि की जानकारी पोर्टल पर जोडऩी होती है। इन कामों के लिये अस्पताल में केवल एक कंप्यूटर ऑपरेटर है, हम क्लर्क के साथ एक ऑपरेटर का भी प्रस्ताव भेजेंगे।