नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने दिसंबर महीने में सेमेस्टर परीक्षा नहीं देने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने सोमवार को छात्रों के नाम पत्र लिखते हुए नव वर्ष 2020 की बधाई देते हुए संस्थान की उपलब्धियों को बताया। साथ ही कहा कि सोमवार को सभी रेक्टर, केंद्रों के डीन, अध्यक्षों के साथ हुई बैठक के बाद निर्णय लिया गया है कि जिन भी छात्रों ने परीक्षा दिसंबर में परीक्षा नहीं दी है।
उन सभी छात्रों को मौका देते हुए 1 से 5 जनवरी 2020 के दौरान अस्थायी पंजीकरण कराने के लिए कहा है। ऐसे जितने भी छात्रों ने मानसून सेमेस्टर 2019 (जुलाई से दिसंबर 2019) में अपनी अकादमिक गतिविधियों को पूरा नहीं किया है। उन्हें 20 जनवरी 2019 तक मॉनसून सेमेस्टर की सभी अकादमिक गतिविधियों को पूरा करने का मौका दिया है। साथ ही सभी शिक्षकों, केंद्रों के डीन व अध्यक्षों को निर्देश दिया है कि इन सभी छात्रों के परीक्षा मूल्यांकन का काम भी पूरा किया जाए।
इन छात्रों के अस्थायी पंजीकरण की वैधता 20 जनवरी, 2020 तक रहेगी। इससे पहले इन छात्रों को मानसून सेमेस्टर की अकादमिक गतिविधियों को पूरा करना होगा। कुलपति ने छात्रवास की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों से विरोध खत्म करने का भी निवेदन किया है। इसके अलावा उन सभी छात्रों ने जिन्होंने दिसंबर महीने में परीक्षा दी है। उनका 1 से 5 जनवरी 2020 के दौरान स्थायी पंजीकरण होगा। 20 जनवरी 2020 से ¨वटर सेमेस्टर शुरू हो जाएगा। इस बारे में जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रो. प्रमोद कुमार ने सोमवार को परिपत्र भी जारी कर दिया है।
कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 के दौरान शिक्षकों को उनके शोध के प्रोजेक्ट के लिए विभिन्न एजेंसियों से 190 करोड़ रुपये की निधि मिली है। साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रलय (एमएचआरडी) द्वारा जारी नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) 2019 में जेएनयू को देशभर के विश्वविद्यालयों की सूची में दूसरी रैंक मिली है। उन्होंने कहा कि नए अकादमिक इमारतों, छात्रवास को तैयार करने का काम भी चल रहा है।
छात्रवास की फीस से जुड़ा परिपत्र किया जारी
जेएनयू प्रशासन ने सोमवार को छात्रवास की फीस से जुड़ा परिपत्र जारी किया है। जिसमें एक कमरे का किराया 3600 रुपये प्रति सेमेस्टर यानी 600 रुपये प्रति महीना देने के लिए कहा गया है। गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के छात्रों को इसके लिए 1800 रुपये प्रति सेमेस्टर यानी 300 रुपये महीना देने के लिए कहा है।