लखनऊ। हिन्दू समाज पार्टी की नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष किरन तिवारी आज पार्टी की बागडोर संभाल ली। प्रेस क्लब में शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने इसकी घोषणा की। इस दौरान किरन तिवारी ने कहा कि वे कमलेश तिवारी के सपनों को हर कीमत पर पूरा करेंगी। साथ ही शासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 15 लाख रुपये देकर कमलेश तिवारी का अपमान किया है। हिंदू समाज पार्टी की अध्यक्ष बनने के बाद किरण तिवारी ने शनिवार दोपहर प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि आरोपितयों को फांसी दी जाए, अगर नहीं दे सकते हैं तो हमें सौंप दें, हम निपट लेंगे।
मुंह बंद करने के लिए दिए गए 15 लाख रुपये
प्रेस क्लब में वार्ता के दौरान किरण तिवारी ने कहा कि पूरे मामले में गुजरात एटीएस की भूमिका संदिग्ध है। मेरा मुह बंद कराने के लिए सरकार ने हमें 15 लाख रुपये दिए। सरकार से भीख नहीं मांगी थी, उनका चेक वैसे ही रखा। भाजपा नेता पर कोई आतंकी हमला होता है तो मैं 30 लाख रुपये अपनी तरफ से दूंगी। जिहादियों आतंकवादियों को पकड़कर एंकाउटर करना चाहिए। आरोपियों को फांसी दो वरना हमारे हवाले कर दो। सरकार उन्हें जेल में रखकर मेहमान नवाजी न करें। अगर उनके संविधान में नहीं है फांसी देना तो हमारे हवाले कर दे। कमलेश तिवारी के हिन्दू राष्ट्र के सपने को मैं साकार करूंगी। हत्याकांड से जुड़े कई सवालो के जवाब अब भी मिलना बाकी हैं। पूरे मामले में पुलिस और प्रसासन की लापरवाही हुई है। उनके खिलाफ क्या करवाई की गई है। इन लोगों को अरेस्ट नहीं किया गया था उन्होंने सिरेंडर किया।मुख्यमंत्री ने नहीं मानी मांग
हमने एनआइए की जांच मांगी थी, जितने आरोपी थे उन्हें सजा दी जाए। प्रशासन और शासन की कमी थी उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा नहीं दी। नाका थाना और सरकार सुरक्षा नहीं दे रही थी। एक दिन पहले भी सुरक्षा मांगी थी। 15 लाख रुपये देकर मेरा मुंह बंद करने को कहा। उस समय हमसे जो बोला हम कर रहे थे, योगी जी को हमने बुलाया नहीं आए, लेकिन हिंदूवादी नेता मरा तो मिलने नहीं आए। उल्टा उन्होंने हमें बुलवाया। पार्क में मूर्ति लगवाई जाए और पार्क उनके नाम किया जाए लेकिन वो नहीं माने।
प्रेस क्लब में वार्ता के दौरान किरण तिवारी ने कहा कि पूरे मामले में गुजरात एटीएस की भूमिका संदिग्ध है। मेरा मुह बंद कराने के लिए सरकार ने हमें 15 लाख रुपये दिए। सरकार से भीख नहीं मांगी थी, उनका चेक वैसे ही रखा। भाजपा नेता पर कोई आतंकी हमला होता है तो मैं 30 लाख रुपये अपनी तरफ से दूंगी। जिहादियों आतंकवादियों को पकड़कर एंकाउटर करना चाहिए। आरोपियों को फांसी दो वरना हमारे हवाले कर दो। सरकार उन्हें जेल में रखकर मेहमान नवाजी न करें। अगर उनके संविधान में नहीं है फांसी देना तो हमारे हवाले कर दे। कमलेश तिवारी के हिन्दू राष्ट्र के सपने को मैं साकार करूंगी। हत्याकांड से जुड़े कई सवालो के जवाब अब भी मिलना बाकी हैं। पूरे मामले में पुलिस और प्रसासन की लापरवाही हुई है। उनके खिलाफ क्या करवाई की गई है। इन लोगों को अरेस्ट नहीं किया गया था उन्होंने सिरेंडर किया।मुख्यमंत्री ने नहीं मानी मांग
हमने एनआइए की जांच मांगी थी, जितने आरोपी थे उन्हें सजा दी जाए। प्रशासन और शासन की कमी थी उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा नहीं दी। नाका थाना और सरकार सुरक्षा नहीं दे रही थी। एक दिन पहले भी सुरक्षा मांगी थी। 15 लाख रुपये देकर मेरा मुंह बंद करने को कहा। उस समय हमसे जो बोला हम कर रहे थे, योगी जी को हमने बुलाया नहीं आए, लेकिन हिंदूवादी नेता मरा तो मिलने नहीं आए। उल्टा उन्होंने हमें बुलवाया। पार्क में मूर्ति लगवाई जाए और पार्क उनके नाम किया जाए लेकिन वो नहीं माने।
ये है मामला
पति की हत्या के बाद किरण तिवारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की थी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंदू संगठन के नेता कमलेश तिवारी की पत्नी को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए थे।कमलेश तिवारी लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में थे इसी दौरान उनसे मिलने का बहाना बनाकर अशफाक और मोइनुद्दीन कमलेश तिवारी के घर पहुंचे और बेरहमी से उनकी हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि तिवारी को 15 बार चाकू मारा गया था और उसके बाद चेहरे पर गोली मारी गई थी।