कानपुर। कानपुर के चौबेपुर के पनऊपुरवा गांव में सोमवार रात एक परिवार ने पुलिस को घर बुलाकर दारू पार्टी करने के बाद घर के सामने रहने वाले परिवार पर हमला कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में ही चापड़, कुल्हाड़ी, लाठी-डंडों और असलहों से लैस होकर दलित के घर में घुसकर खूनी खेल खेला। 58 वर्षीय बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया। घर पर पथराव किया, जिसमें तीन महिलाओं समेत पांच लोग घायल हो गए। मृतक की पत्नी की हालत गंभीर है। ग्रामीणों के एकजुट होने के बाद आरोपी भाग निकले। वारदात के दौरान मौजूद दो दरोगा और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पनऊपुरवा निवासी रवि शंकर कुरील ने बताया कि वह भाई अमित कुमार के साथ कुछ महीनों से कल्याणपुर में रहकर पुताई का काम कर रहा है।
पिता आनंद कुमार (58), मां आशा देवी, उसकी पत्नी संदीपा और भाई की पत्नी प्रीति व बच्चे गांव में रहते हैं। घर के सामने ही श्री किशन त्रिवेदी का परिवार रहता है। यह परिवार उन्हें लंबे समय से उन्हें प्रताड़ित करता आ रहा है। इस वजह से दोनों परिवारों में रंजिश चलती है। सोमवार रात श्री किशन केघर दारू पार्टी थी।
पार्टी में चौबेपुर के दो दरोगा गोपी कृष्ण अग्रवाल व रोशन शेर बहादुर भी हेड कांस्टेबल शिवरतन व सिपाही आशीष कुमार के साथ मौजूद थे। रवि का आरोप है कि इसी दौरान श्री किशन के बेटे राजन, गोविंद और शोभित पिता आनंद से गालीगलौज करने लगे। पिता ने विरोध किया तो विवाद होने लगा। इसके बाद पिता घर के अंदर चले गए और दरवाजा बंद कर लिया।
आरोप है कि कुछ ही देर बाद तीनों भाइयों, श्री किशन, उसके भतीजे सुधीर व पुलिसकर्मियों ने घर पर हमला कर दिया। कुल्हाड़ी चापड़ और लाठी डंडों से वार किए। इसमें पिता आनंद की मौत हो गई। मां आशा देवी, संदीपा, प्रीति, पड़ोसी सहेंद्र कुमार व चाचा जगन्नाथ घायल हो गए। इसके बाद सभी आरोपी घर में ताला लगाकर फरार हो गए।
एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर ने बताया मामले की जांच आईजी रेंज को सौंपी गई है। तीन दिन के भीतर जांच कर आईजी रिपोर्ट सौंपेगे। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिसकर्मियों के दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।