कानपुर। जमातियों और वर्ग विशेष पर टिप्पणी को लेकर कानपुर की जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर प्रो. आरती लाल चंदानी का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो 2 माह पुराना बताया जा रहा है। हालांकि, अब इस पर विवाद शुरू हो गया है। सपा विधायक इरफान सोलंकी ने डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन देकर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शहर काजी मौलाना आलम रजा खान नूरी की अगुवाई में कई मुस्लिम संगठनों ने प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं, प्राचार्य का कहना है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्हें ब्लैकमेल करने की नीयत से वीडियो वायरल किया गया है। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई से पहले शासन से दिशा-निर्देश मांगा है।
दरअसल, करीब 2 माह पहले कुछ मीडिया वालों से प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने अनौपचारिक बातचीत की थी। इस दौरान वह कह रही हैं- ‘कहना नहीं चाहिए पर ये तो टेरेरिस्ट हैं। इनको हम वीआईपी ट्रीटमेंट दे रहे हैं। हम अपना रिर्सोसेज एग्जॉस्ट कर रहे हैं। हम अपने डॉक्टरों को बीमार कर रहे हैं। हमारे 100 पीपीई किट इन पर खराब कर रहे हैं। हमें तो किट सब्सिडी में मिल रही है। लेकिन, सरकार दो हजार-ढाई हजार रुपए इन पर खर्च कर रही है। ये सब खर्च हम इन पर कर रहे हैं।’
वीडियो वायरल होने पर प्राचार्य ने नया वीडियो जारी किया है। इसमें वे कहती हैं कि ये घटना 75 दिन पहले की है और इसे बदनीयती से मेरे विरोधियों ने अब जाकर रिलीज किया है। मेरे संपर्क में कई मुस्लिम भाई-बहन और बच्चे हैं, जिन्हें मैंने अपनों की तरह प्यार किया है। उनकी सेवा की है। यहां तक कि तब्लीगी जमात के जिन मरीजों ने हमारे हेल्थ वर्कर्स पर हमला किया था, हमने उनसे भी अच्छे रिश्ते बनाए। उन्होंने कुछ दिनों के भीतर माफी मांग ली थी। हमने भोजन-पानी और दवाओं से उनकी हर तरह से तीमारदारी की। इसके लिए उन्होंने हमारा शुक्रिया भी अदा किया।