करवाचौथ का व्रत इस बार बेहद खास है। 72 साल बाद करवाचौथ पर रोहणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग शुभ संयोग बन रहा है। इस बार करवाचौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को पति की लंबी आयु के साथ ही धन, पुत्र तथा स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होगा। ऐसा संयोग दोबारा 70-75 साल बाद ही बनेगा। रोहिणी नक्षत्र के साथ ही मंगल ग्रह होने के कारण यह वृश्चिक, मेष, मीन और इनकी मित्र राशियों के लिए विशेष लाभकारी होगा। उन्होंने बताया कि जिन महिलाओं का पति के साथ विवाद है अगर वो इस बार करवाचौथ का व्रत रखती हैं तो उनका दांपत्य जीवन अच्छा होगा। दोनों के रिश्ते में प्रेम बढ़ेगा। जिन लड़कियों की शादी में देरी हो रही हो या कोई बाधा हो, वे भी यह व्रत रख सकती हैं। उनका कहना है कि कुंवारी लड़कियों को व्रत रखने के लिए सोलह श्रृंगार करने की जरूरत नहीं होती है। उन्हें अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस दिन शिव-पार्वती को आराध्य मानते हुए उनका पूजन करना चाहिए।
करवाचौथ व्रत की पूजन विधि
सुबह सूर्योदय से पहले उठ कर सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें। पानी पीएं और भगवान की पूजा कर निर्जला व्रत का संकल्प लें। करवाचौथ में महिलाएं पूरे दिन जल-अन्न कुछ ग्रहण नहीं करतीं हैं, फिर शाम के समय चांद को देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं।
करवाचौथ पर बाजारों में रौनक
करवाचौथ पर विशेष संयोग होने के कारण बाजारों में भी रौनक दिखाई दे रही है। महिलाएं व्रत से लेकर श्रृंगार के सामान तक खरीदने में लगी हैं। वे इस व्रत में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं हैं। इसलिए करवाचौथ पूजा की पुस्तक से समान की सूची बनाकर उसके हिसाब से खरीदारी कर रही हैं।