नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मॉनसून के केरल में दस्तक देने के साथ ही चार महीने का लंबा बारिश वाला मौसम शुरू हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दी।’ वहीं, 20 जून तक मॉनसून उत्तर प्रदेश में पहुंच सकता है।
जून से सितंबर तक चलने वाले इस मॉनसून की वजह से देश में 75 फीसदी बारिश होती है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने 30 मई को मानसून आने की घोषणा की थी लेकिन आईएमडी ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि इस तरह की घोषणा के लिए अभी स्थितियां बनी नहीं हैं।
इस बार सामान्य रहेगा मानसून
मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक, 96 से 100% बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से 8 जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।
महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश हो सकती है
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की वजह से 3 और 4 जून को मध्य महाराष्ट्र और उत्तर कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है। 2 जून और 5 जून के बीच महाराष्ट्र और गुजरात के तट पर समु्द्र में तेज लहरें उठ सकती हैं। इनकी ऊंचाई से 12 से 16 फिट तक पहुंच सकती है। वहीं, 60 से 90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की भी संभावना है। इसके बाद यह कम दबाव वाला क्षेत्र ‘निसर्ग’ चक्रवात में बदल जाएगा।