कंगना रणौत बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो सामाजिक-राजीनित मुद्दे पर अपनी खुलकर राय रखती हैं। बहुत बार उन्हें अपनी राय की वजह आलोचना का भी सामना करना पड़ता, तो कई बार वह विवादों में आ जाती हैं। इन दिनों कंगना रणौत देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के बारे में टिप्पणी करनी की वजह से विवादों में आ गई हैं। जिससे उनकी मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
दरअसल हाल ही में कंगना रणौत ने सोशल मीडिया पर कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसानों के प्रदर्शन पर टिप्प्णी की थी। उन्होंने कृषि कानून का विरोध करने वालों की आलोचना की थी। कंगना रणौत की इस टिप्पणी पर कर्नाटक के टुमकुरु जिले की एक अदालत उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। वहीं कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने कंगना रणौत के खिलाफ सोमवार को एफआईआर दर्ज कर ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वकील एल. रमेश नाइक की ओर कंगना रणौत की शिकायत की गई थी। जिसके बाद ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (जेएमएफसी) ने क्याथासांद्रा पुलिस स्टेशन को कंगना के खिलाफ एफआईआर करने के आदेश दिए थे। कोर्ट का कहना था कि शिकायतकर्ता ने सीआरपीसी की धारा 155 (3) के तहत आवेदन देकर जांच की मांग की है।
एल. रमेश नाइक भी क्याथासांद्र से आते हैं, उन्होंने अभिनेत्री के खिलाफ आपराधिक मामले के बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते कहा कि कोर्ट ने अधिकार क्षेत्र में आने वाले पुलिस स्टेशन से कहा कि वह अभिनेत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करें। आपको बता दें कि ससंद में कृषि विधेयक पास होने के बाद अभिनेत्री कंगना रणौत ने इस विधेयक की आलोचना करने वालों को दुखी इंसान बताया और सीएए के प्रदर्शन से तुलना कर दी थी।
कंगना रणौत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे गलतफहमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की एक्टिंग करे, नासमझने की एक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फर्क पड़ेगा? यह वही आतंकी हैं सीएए से एक भी इंसान की नागरिकता नहीं गई मगर इन्होंने खून की नदियां बहा दीं। उनके इस ट्वीट की काफी चर्चा हुई थी।