नए कृषि कानूनों के विरोध में अपने ऐलान के मुताबिक किसानों ने शनिवार को टोल फ्री करवाने शुरू कर दिए हैं। किसानों ने सबसे पहले दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के तुमसरा टोल को फ्री करवा दिया। किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किसान सुबह सवा 11 बजे यहां पहुंचे और टोल को फ्री करवा दिया। बड़ी तादाद में आए किसानों को देखकर टोल के कर्मचारी एक तरफ हो गए। उन्होंने किसी प्रकार का विरोध नहीं किया। किसान संघर्ष समिति के प्रधान महेंद्र चौहान के नेतृत्व में किसान हाईवे एक तरफ धरने पर बैठ गए ताकि ट्रैफिक की आवाजाही आराम से हो सके। किसान सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। हालात को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है, लेकिन किसान शांतिपूर्वक अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं।
बदरपुर टोल पर पुलिस की हचचल बढ़ी
पलवल और फरीदाबाद जिले की हद में छह टोल हैं। इनमें दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे के तुमसरा टोल को छोड़कर बाकी को अभी फ्री नहीं करवाया गया है, लेकिन इन टोल पर पुलिस की हलचल तेज हो गई है। विशेष रूप से फरीदाबाद में दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। सूत्रों के मुताबिक, यहां किसान कभी भी पहुंच सकते हैं। ऐसी सूचनाओं के आधार पर ही पुलिस ने किसानों का हिरासत में लेने के लिए हरियाणा रोडवेज की एक बस टोल पर खड़ी की हुई है। गुरुग्राम-फरीदाबाद, सोहना-बल्लभगढ़ टोल, केजीपी, केएमपी पर भी पुलिस अलर्ट है। यहां किसान अभी नहीं पहुंचे हैं।
स्थानीय किसानों के आने से मजबूत हुआ आंदोलन
दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर पिछले दस दिनों से धरने पर बैठे किसानों के साथ अब स्थानीय किसान भारी संख्या में आ गए हैं। इससे किसानों के आंदोलन को मजबूती मिल रही है। धरना स्थल पर किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सुरेंद्र सिंह का कहना है कि 11 दिसंबर तक शादियां होने की वजह से स्थानीय किसान कम आ रहे थे, लेकिन अब स्थानीय किसान भारी संख्या में जुट गए हैं। इससे किसान आंदोलन बेहद मजबूत हो गया है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी एक धर्म, जाति, क्षेत्र का नहीं है बल्कि अब यह आंदोलन हर भारतीय का बन गया है।