कुशीनगर। कुशीनगर के गांव बैरागी पट्टी की मस्जिद में सोमवार को हुआ विस्फोट इन्र्वटर से नहीं बारूद से हुआ था। जांच में इसका पर्दाफाश होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां मस्जिद में बारूद कनेक्शन की छानबीन में जुट गई हैं। पुलिस ने मामले में सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मस्जिद के मौलाना समेत चार को गिरफ्तार कर लिया है।
दोपहर मस्जिद में हुआ विस्फोट इतना तेज था कि मस्जिद के खिड़की-दरवाजे टूट गए थे और दीवारों में दरारें पड़ गईं थीं। गांव के लोग इस धमाके से दहल गए थे। एसपी विनोद कुमार मिश्र भी मौके पर पहुंचे थे, तब मस्जिद के मौलाना अजमुद्दीन ने यह कहते हुए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी कि इन्वर्टर की बैट्री फटने से विस्फोट हुआ। डाग स्क्वायड और फारेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया था। छानबीन में विस्फोटक की भनक लगने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं।
मंगलवार को एटीएस गोरखपुर, आइबी व एलआईयू कुशीनगर की टीम ने मस्जिद की बारीकी से छानबीन की और मौलाना अजमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। तब पूछताछ में मौलाना ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया कि गांव के ही कुछ युवकों ने मस्जिद में बारूद रखा था। मौलाना ने सिलसिलेवार घटनाक्रम से जुड़े राज उजागर कर दिए। मौलाना से पूछताछ के बाद पुलिस से तीन अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया। युवकों ने बारूद किस मकसद से और क्यों रखा, यह बड़ा सवाल है। पुलिस इस संबंध में आरोपितों से पूछताछ कर रही है। मस्जिद को हुई क्षति को देख सुरक्षा एजेंसियां यह मान रहीं हैं कि बारूद की मात्रा लगभग एक किलोग्राम या इससे अधिक रही होगी। हालांकि विस्फोट कितना घातक था, इसका पता फारेंसिक रिपोर्ट के बाद ही चलेगा।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि मौलाना अजमुद्दीन के साथ इजहार, आशिक व जावेद निवासी बैरागीपट्टी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस टीमें लगाईं गईं हैं, शीघ्र ही वे पुलिस गिरफ्त में होंगे।