नई दिल्ली। आज छठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। आम हो या खास सभी ने योग किया। सिक्किम और लद्दाख के खारदुंग ला में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर आईटीबीपी के जवानों ने योग किया। उधर, भारतीय सेना के जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री बटालियन ने भी श्रीनगर में योग किया।
21 जून यानि योग दिवस के मौके पर बर्फ की सफेद चादर के बीच काला चश्मा लगाए आईटीबीपी के जवानों ने लद्दाख में योग का यह दृश्य बेहद सुंदर नजर आ रहा है। नीले आसमान और बादलों के समागम के नीचे आईटीबीपी के जवानों ने योग किया। वहीं यहां का तापमान जीरो डिग्री से भी नीचे है।
पीएम मोदी ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश और दुनिया को धैर्य और कर्म का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि योग का साधक संकट में कभी धैर्य नहीं खोता है। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ है समत्वम् योग उच्यते। यानी अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है। गीता में भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है कि योग कर्मसु कौशल’अर्थात कर्म की कुशलता ही योग है।