लखनऊ। शादी की ख़ुशी और शादी के लिए तैयारी हर इंसान करता हैं। जब शादी तय होती हैं, तब दो परिवार एक होते हैं यह रिवाज सदियों से चला आ रहा हैं। जिसे हर कोई बखूबी निभाता हैं। पुरे रस्मों-रिवाज के साथ लेकिन वर्तमान समय में कोरोना महामारी की वजह से पुरे देश में लॉक डाउन लगा हुआ हैं जिसकी वजह से परेशानी तो बहुत हैं पर लोग सुरक्षित हैं।
बड़े से लेकर छोटे स्तर तक हर व्यक्ति अब इन शुभ कार्य में फिजूल खर्च से बचता दिखाई दे रहा है, जो समाज की एक अच्छी सोच और एक नई परंपरा को जन्म देने का संकेत दे रहा है। ऐसा ही एक उदाहरण लाकडाउन में हो रही शादियों में देखने को मिल रहा है।
राजधानी के इंदिरा नगर में लॉकडाउन के बीच सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय से आदेश के बाद शादी सम्पन्न हुई, बता दें कि आलमबाग निवासी जितेंद्र पांडेय की शादी इंदिरा नगर निवासी संयुक्ता से तय हुई थी, और आज 23 मई को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शादी में 20 बाराती के साथ शादी सम्पन्न की गई।
लड़की के पिता लक्ष्मी कांत मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन के पहले ही शादी 4 मई को तय हुई थी और इस महामारी और लाकडाउन के बढ़ते चरण को देखते हुए शादी की तिथि को वापस आगे बढ़ाया गया, लेकिन लॉकडाउन की अवधि वापस बढ़ गई। इसके बाद वर और वधू के परिजनों ने तय किया कि लॉकडाउन अवधि में सरकार के जारी नियमों की पूरी पालना करते हुए विवाह सम्पन्न करेंगे।