हरदोई, फर्रुखाबाद और औरैया में लॉकडाउन के दौरान पुलिस को वसूली करना महंगा पड़ गया। लॉकडाउन के दौरान लोगों से अवैध वसूली करने और पास होने के बावजूद चालान करने पर तीन दरोगाओं और तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एक सिपाही और दीवान को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
हरदोई के संडीला स्थित फैक्टरी से आवश्यक सेवाओं का माल गाजियाबाद गया था। गुरुवार को गाजियाबाद से ट्रक वापस संडीला आ रहा था। हरदोई-शाहजहांपुर मार्ग पर सरदारनगर के निकट बैरियर पर तैनात दरोगा अशोक कुमार, सिपाही मोहन सिंह, जितेंद्र कुमार और सूरज ने आवश्यक सेवाओं के लिए वाहन संबद्ध होने के अभिलेख और पास दिखाए जाने के बावजूद ट्रक का चालान कर दिया।
फैक्टरी के अधिकारियों से जानकारी मिलने पर एसपी अमित कुमार ने दरोगा समेत तीनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया। फर्रुखाबाद में 11 अप्रैल को जनपद शाहजहांपुर थाना अल्लाहगंज के गांव जिलोआ निवासी अजीत कुमार मिश्रा अपने बीमार पिता राकेश बाबू मिश्रा को बाइक पर बैठाकर डॉक्टर को दिखाने शहर के कादरीगेट स्थित नर्सिंग होम जा रहे थे।
डबरी बैरियर पर दरोगा विवेक कुमार सिंह ने पिता के इलाज से संबंधित कागजात दिखाए जाने के बावजूद अभद्रता की सौ रुपये लेकर जाने दिया। डॉक्टर की सलाह पर अजीत ने यूपी 112 पर शिकायत दर्ज कराई। सीओ अमृतपुर राजवीर सिंह ने जांच में शिकायत सही पाई। इसपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल मिश्रा ने दरोगा विवेक कुमार सिंह को निलंबित कर दिया।
औरैया में आवास विकास के पास रहने वाले प्रकाश नारायण पुत्र मुखराम से 14 अप्रैल की सुबह बाइक सवार पुलिसकर्मियों ने दुकान की तलाशी के दौरान बीड़ी का पैकेट मिलने पर दो हजार रुपये की मांग की। इसके बाद पुलिस कर्मी पांच सौ रुपये की वसूली कर ले गए। दुकानदार ने दुकान के तख्ते पर -लॉकडाउन के नाम पर पुलिस लोगों की सुरक्षा न करके उन्हें लूट रही है-लिख दिया था।
सोशल मीडिया पर वायरल होने पर एसपी सुनीति ने सीओ सिटी सुरेंद्र नाथ यादव से जांच कराई। एसपी ने जांच में दोषी पाए जाने पर चौकी इंचार्ज नरायनपुर दरोगा अवनीश कुमार को निलंबित और हेड कांस्टेबल प्रेम चंद्र व कांस्टेबल रोहित कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है।