लखनऊ। लोहिया संस्थान गंभीर बीमारी से पीड़ितों की जांच को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। हांलाकि इससे पूर्व सभी मरीजों को पहले कोरोना जांच करानी होगी। संस्थान के प्रवक्ता के मुताबिक न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग में गंभीर बीमारी से पीडि़तों की जांच मंगलवार से शुरू की जाएगी। कोरोना की वजह से लॉकडाउन लागू कर दिया गया। जिससे 25 मार्च को जांच व्यवस्था बंद करनी पड़ी। यहां हड्डी के कैंसर, गुर्दा, कॉर्डियक स्कैन, थॉयराइड और पैट स्कैन समेत दूसरी महत्वपूर्ण जांचें होती हैं।
संस्थान के डॉक्टरों ने मर्ज की गंभीरता के हिसाब से मरीजों की सूची तैयार की है। जांच से पहले मरीज को खास तरह की दवा आईसोटोप दी जाती है। यह दवा विदेशों से आती है। संस्थान प्रशासन मरीजों के हिसाब से दवा मंगाता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस दवा का स्टॉक ज्यादा दिनों तक रखा नहीं जा सकता है। हर पांच से 15 दिन में दवा मंगानी पड़ती है। भारत को ऑस्ट्रेलिया दवा की आपूर्ति करता है। लॉकडाउन से दवा की आपूर्ति ठप हो गई थी।
संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह का कहना है कि कई जांचे मंगलवार से शुरू होंगी। इनमें हड्डी, गुर्दा, दिल, थॉयराइड समेत दूसरे स्कैन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को पहले कोरोना जांच करानी होगी। उसके बाद न्यूक्लीयर मेडिसिन विभाग की जांचें होंगी। पैट स्कैन भी जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी है।
रोजाना 10 से 20 मरीजों की जांचें हो रही थीं। कोरोना की वजह से जांचें ठप थी। करीब 500 से ज्यादा मरीज जांच के इंतजार में है।