लखनऊ। अजीत मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। वारदात के बाद जिस लाल डस्टर कार से शूटर अवध बस अड्डे से भागे थे, पुलिस ने उस कर को बरामद कर लिया है। एक शूटर भी दबोचा गया है। शूटर राजधानी में ही छिपे थे। सभी शूटरों की पहचान हुई। चारों शूटर आजमगढ़ के हैं। पुलिस उनकी तलाश में लखनऊ के कई ठिकानों में दबिश दे रही है। कार में बैठे सभी लोगों की पहचान पुलिस ने कर ली है। कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि एक आदमी मिला है लेकिन वो शूटआउट में शामिल था या नहीं, इसकी पड़ताल की जा रही है।
गौरतलब है कि लखनऊ में विभूतिखंड थानाक्षेत्र के कठौता चौराहे पर बुधवार शाम को हुए गैंगवार में मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गुरुवार दोपहर में हुए पोस्टमार्टम में 25 गोली लगने की पुष्टि हुई। जिसमें 21 गोलियां आरपार हो गई और 4 गोलियां शरीर के अंदर से मिली। पुलिस के मुताबिक बुधवार शाम को मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह अपने खास मोहर सिंह के साथ उदय टावर गये थे। रात करीब 8.30 बजे कुछ सामान खरीदकर वापस अपनी एसयूवी की तरफ जा रहे थे। इसी बीच बाइक सवार चार बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरे इलाके में भगदड़ मच गई। वारदात में अजीत की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उनका साथी मोहर सिंह और एक फूड डिलीवरी बॉय घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक दोनों का इलाज चल रहा है।
प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम हुआ। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के दौरान दो बार एक्सरे कराया। वहीं पूरे पोस्टमार्टम केदौरान वीडियो व फोटोग्राफी कराई गई। पुलिस के मुताबिक अजीत के शरीर में सिर से लेकर पैर तक कुल 25 गोलियां लगी थी। सिर पर दाहिने कनपटी से लगी गोली आरपार हो गई। वहीं शरीर के कई हिस्सों में लगी गोलियां आरपार हो गई।
पुलिस के मुताबिक कंधे के पास, जांघ से एक-एक गोलियां मिली। वहीं पेट से दो गोलियां निकाली गई। जबकि 21 गोलियां आरपार हो गई थी। सिर में गोली लगने और अधिक रक्तस्राव से मौत की पुष्टि हुई। देर शाम करीब पांच बजे पोस्टमार्टम के बाद शव को परिवारीजनों को सुपुर्द कर दिया गया । परिजन व परिचित शव लेकर मुहम्मदाबाद गोहना लेकर गये। वहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा।