लखनऊ । राजधानी लखनऊ की हवा निरंतर दमघोटू बनी हुई है। पिछले तीन माह में सिर्फ 22 नवम्बर ऐसा दिन रहा है जब राजधानी की हवा सबसे ज्यादा सुधरी रही। इस दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 187 दर्ज किया था। इसके बाद तो एक्यूआई 250 के पार ही बना हुआ है। बढ़ता यातायात और धूल-गर्त हवा को साफ नहीं होने रहा है। गुरुवार को राजधानी का औसत एक्यूआई 260 रहा। वैसे दिन में एक बजे करीब यह 300 के पार था। तालकटोरा की हवा में कोई सुधार नहीं हुआ। यहां औसत एक्यूआई 360 और अधिकतम 440 दर्ज किया गया। प्रदूषण मानकों के तहत यह बेहद गंभीर स्थिति है।
राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अनुसंधान प्रणाली (एसएएफएआर) (SAFAR) की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘अत्यंत खराब’ श्रेणी में है। इसके कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ आंखों में जलन भी हो रही है। सिर में दर्द का भी कारण वायु प्रदूषण बन रहा है। खासकर बुजुर्गों, गंभीर रूप से बीमार लोगों और बच्चों के लिए यह बेहद खतरनाक है। इसके अलावा, अस्थमा के मरीजों को बहुत दिक्कत पेश आ रही है।
गंभीर श्रेणी में प्रदूषण
राजधानी की हवा 22 नवम्बर को सबसे ज्यादा सुधरी रही। इस दिन एक्यूआई 187 रहा। गोमतीनगर का एक्यूआई 89 रहा। यह संतोषजनक था। इसके बाद राजधानी का एक्यूआई 250 के पार हो गया। गुरुवार को सबसे ज्यादा राजाजीपुरम, ऐशबाग, तालकटोरा आदि इलाकों की हवा प्रदूषित रही। यहां औसत एक्यूआई 360 और अधिकतम 448 दर्ज किया गया। इसके बाद अलीगंज के आसपास के इलाकों की हवा जहरीली रही। यहां औसत एक्यूआई 323 और अधिकतम 379 दर्ज किया गया। लालबाग, हजरतगंज, कैसरबाग, नजरबाग, अमीनाबाद की भी हवा खराब रही। यहां का औसत एक्यूआई 316 और अधिकत 384 रहा। गोमतीनगर का एक्यूआई सबसे कम रहा। यहां औसत एक्यूआई 147 और अधिकतम 243 रहा।
राजधानी में गुरुवार का एक्यूआई : 260
स्थान औसत अधिकतम
अम्बेडकर विश्वविद्यालय 208 329
सेंट्रल स्कूल अलीगंज 323 379
गोमतीनगर 147 243
कुकरैल 204 309
लालबाग 316 384
तालकटोरा 360 448