लखनऊ: 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में नए समीकरण बनने लगे हैं। ऐसा इसीलिए कहा जा सकता है क्योंकि सुभासपा और भीम आर्मी की नज़दीखियाँ बढ़ती दिख रही हैं। दरअसल, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रविवार को अचानक लखनऊ पहुंचे।
चंद्रशेखर घंटाघर चौक पर सीएए के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन में शामिल होना चाह रहे थे लेकिन ऐसा नही हुआ और उनके मुताबिक, शाशन व प्रशासन ने उन्हें नज़रबंद कर दिया। सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने वीआईपी गेस्ट हाउस में भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर से मुलाकात की। चंद्रशेखर के नई पॉलिटिकल पार्टी बनाने के ऐलान के बाद यह मुलाक़ात अहम मानी जा रही है।
चंद्रशेकर ने मीडिया से जानकारी साझा की कि भाजपा देश में अमन शांति नहीं चाहती। ये लोग आपस में लड़ाकर मराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राजभर जी भीम आर्मी की आवाज विधानसभा में उठाते रहेंगे।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा है कि 15 मार्च को वह राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में 2022 के चुनाव भी लड़ने की तैयारियां चल रही हैं।देशभर में सीएए व एनआरसी के खिलाफ होने वाले आंदोलन में भीम आर्मी अहम भूमिका निभाएगी।