लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ दिल्ली की शाहीन बाग की तर्ज पर लखनऊ में शुरू हुआ महिलाओं का प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। जबरदस्त ठंड और कोहरे में अपने बच्चों संग बैठीं महिलाओं ने ‘नो सीएए-नो एनआरसी’ के नारे लगाए। हाथों में तिरंगा लेकर प्रदर्शनकारी महिलाओं ने संविधान बचाओ-देश बचाओ की शपथ ली। गूंजते देशभक्ति गीतों के बीच महिलाओं ने केंद्र सरकार से सीएए व एनआरसी को खारिज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जबतक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा खुले आसमान के नीचे अनिश्चितकालीन प्रदर्शन जारी रहेगा।
हुसैनाबाद ऐतिहासिक घंटाघर पार्क में दूसरे दिन डटी महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे। धीरे-धीरे महिलाओं का प्रदर्शन विकराल रूप ले रहा है, प्रदर्शनकारियों की संख्या भी कल के मुकाबले बढ़ी है। ठंडी में धरने पर बैठी महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए एडवा की मधु गर्ग संगठन की अन्य महिलाओं के साथ पहुंची। उन्होंने कहा कि हम धरने में बैठी इन महिलाओं के समर्थन में आए हैं। केंद्र सरकार के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा एक दिन का नहीं, कई वर्षों का है। जो उन्होंने दबा रखा था, लेकिन सीएए व एनआरसी के बाद यह फूट पड़ा।
धरने में शामिल पूजा शुक्ला ने कहा कि देश का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर लगाम लगाना है, लेकिन केंद्र सरकार असल मुद्दों से जनता का ध्यान हटाकर एक बार फिर से एनआरसी की लाइन में खड़ा कर अपनी राजनीति चमका रही है। हमारी देश की जनता से अपील है कि इस काले कानून का खुलकर विरोध करें और अपने कोई भी कागज न दें। शबीह फातिमा ने कहा कि केंद्र सरकार जबतक सीएए व एनआरसी को वापस नहीं लेगी, प्रदर्शन लगातार जारी रहेगी। धरने में सदफ जाफर, सुमय्या राना, नसरीन, रुखसाना, हिना खान, गजाला व नाहिद अकील सहित दर्जनों महिलाएं शामिल रहीं। इस बीच हुसैनाबाद में तैनात भारी पुलिस बल धरने में शामिल होने जा रहे पुरुषों को रोक खदेड़ रहा है।
प्रदर्शनकारी महिलाओं को हटाने में नाकामयाब रहीं पुलिस ने हुसैनाबाद हेरिटेज जोन में बने महिला शौचालय में ताला डाल दिया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन को कमजोर करने के लिए पुलिस तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। बीती रात पहले घंटाघर पार्क की लाइट बंद कर दी गई, इसके बाद महिला शौचालय में डाला डाल लिया। शौचालय बंद होने से सर्दी में महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दो दिन से धरने पर डटी महिलाओं को स्थानीय लोगों की मद्द मिल रही है। कोहरे में महिलाओं को बच्चों संग धरने पर बैठा देख लोग उनके लिए गर्म बिस्तर के साथ चाय-नाश्ते का बंदोबस्त कर रहे हैं। सुबह महिलाओं के लिए कोयले की अंगेठी का इंतेजाम भी किया गया। महिलाओं की तबियत खराब न हो इसके लिए दिन में कई बार चाय की व्यवस्था की जा रही है।
धरने में बैठी महिलाओं की कवरेज करने आए मीडिया कर्मियों को रोक पुलिस उनकी गाडिय़ों का चालान कर रही है। सड़क के पास खड़ी पुलिस मीडिया कर्मियों को घंटाघर के करीब तक फटकने नहीं दे रही। आईडी कार्ड देखने के बाद भी पुलिस मीडिया कर्मियों को वहां जाने से रोक रहीं है। इसको लेकर मीडिया कर्मियों की पुलिस से दिन में कई बार झड़प तक हो गई। पुलिस ने मीडिया कर्मियों की गाड़ी की फोटो खींच उनका ई-चालान कर दिया।