लखनऊ। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ में एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला लगा हैं। मेले के आगाज को लेकर उलटी गिनती शुरू हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को 11वीं डिफेंस एक्सपो का आगाज करेंगे।
लखनऊ में पूरा विश्व भारतीय सेना का शौर्य देखेगा और नवाबों की राजधानी इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। एक्सपो शुरुआती तीन दिन यानी पांच से सात फरवरी तक आमंत्रित लोगों के लिए खुला रहेगा, जबकि अंतिम दो दिन यानी आठ व नौ को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा। लखनऊ डिफेंस एक्सपो में भारत की 857 तथा विदेश की 172 छोटी-बड़ी कंपनी हथियारों का प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ आने का संशोधित प्लान भेजा है। पहले प्रधानमंत्री को बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे आने का कार्यक्रम प्रस्तावित था और दस बजे उद्घाटन कार्यक्रम प्रस्तावित था। सोमवार देर रात प्रधानमंत्री कार्यालय से संशोधित कार्यक्रम जारी हुआ है। इसके मुताबिक, अब प्रधानमंत्री दोपहर एक बजे लखनऊ आएंगे। इस बारे में मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम ने खबर की पुष्टि कर दी। उन्होंने कहा कि संशोधित कार्यक्रम के मुताबिक तैयारी की जाएगी।
लखनऊ में आवास विकास विभाग के प्रांगण वृंदावन में एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला लगा है। भारत में बने हथियार 70 से अधिक देशों के रक्षा विभाग को अपनी ओर आकर्षित करने को तैयार है। इस मेला में भारत में बने धनुष तोप से तेजस जेट तक देश का गौरव बढ़ाएंगे। वायुसेना एक्सपो के दौरान 82 तेजस मार्क-1 ए की डील भी करने जा रही है।
डिफेंस एक्सपो में स्वदेशी हथियार की धूम है। इस दौरान देश के कई बड़े रक्षा उत्पाद भी नजर आएंगे। इसके साथ ही इसमें दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपनी सैन्य तकनीक का प्रदर्शन करके भारतीय सेनाओं को खरीद के लिए रिझाने की कोशिश करेंगीं। इस दौरान भारत भी पीछे नहीं रहेगा और डीआरडीओ सहित देश के लिए रक्षा उत्पाद बनाने और रिसर्च करने वाली एजेंसियां और कंपनियां स्वदेशी का गौरव बढ़ाते हुए अपने हथियार प्रदर्शित करेंगी।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के विकसित रणनीतिक और सामरिक हथियार प्रणालियों, रक्षा उपकरणों और तकनीक को पांच दिनी यानी पांच से नौ फरवरी तक देखा जा सकता है। इस दौरान आठ प्रौद्योगिकी समूह- एरोनॉटिकल सिस्टम्स, आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स, लाइफ साइंसेज, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस एंड कम्प्यूटेशनल सिस्टम्स मिसाइल और स्ट्रैटजिक सिस्टम्स से लेकर नौसेना प्रणाली और मटेरियल और सिस्टम विश्लेषण व मॉडलिंग का कौशल दिखेगा।
हर दो वर्ष में होने वाले डिफेंस एक्सपो के 11वें संस्करण में रक्षा से जुड़े 500 से ज्यादा स्वदेशी रूप से विकसित उत्पादों को दिखाया जाएगा। फिलहाल इसका संगठन एरोनॉटिकल सिस्टम (एयरो) क्लस्टर फाइटर एयरक्राफ्ट्स, यूएवी, गैस टर्बाइन इंजन टेक्नोलॉजीज, एयरबोर्न सर्विलांस सिस्टम्स, पैराशूट्स और लाइटर-थान-एयर सिस्टम्स के विकास में लगा हुआ है।