लखनऊ। कस्टोडियन जमीन को फ़र्ज़ी तरीक़े से शिया वक़्फ़ में पंजीकृत कर के जौहर विश्विद्यालय रामपुर को लाभ पहुँचाने में लखनऊ में नई करवाई की गई । ज्ञात हो इस केस में पूर्व मंत्री आजम खान पहले से ही जेल में है, और पूर्व में वक़्फ़ बोर्ड के अधिकारी सैयादेन को रामपुर की सआईटी टीम ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जिसके सबन्ध में बनाई गई सआईटी टीम रामपुर को अभी कई वक़्फ़ के अधिकारियों की तलाश है। रहमत नामक वक़्फ़ अधिकारी को बार-बार लखनऊ में रामपुर सआईटी की टीम दबिश डालने के बाद भी ना गिरफ्तार कर पाने में असफल रही। जिस संबंध में सआईटी टीम में इंस्पेक्टर दिनेश गौर, इंस्पेक्टर विनोद वर्धन, सबइंस्पेक्टर शेर सिंह, देवेंद्र कुमार, रविन्द्र कुमार, और वजीरगंज के बारूद खाना चौकी इंचार्ज राजेन्द्र सिंह ने आज कोर्ट से जारी कुर्की का नोटिस को वजीरगंज स्थित रहमत के घर में टीम के साथ चस्पा किया। सआईटी की टीम को अभी भी कई वक़्फ़ में कार्यरत लोगो की तलाश है। सआईटी की टीम में और भी कई बड़े नाम है और वो जांच के घेरे में आ चुके है। इस मामले में वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी भी जाँच में आरोपी सिद्ध हो चुके है पर वो इस समंबन्ध मे ज़मानत ले चुके है। ज्ञात हो सपा सरकार में खुलेआम वक़्फ़ की जमीनों में धांधली की शिकायत आ रही थी, कई सामाजिक संगठनों ने सीबीआई से जांच करवाने की मांग वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार से भी की थी, और सरकार ने कुबूल करके कुछ विषय पर जांच की मांग को मंजूर किया था।