उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 को लेकर लखनऊ और कानपुर नगर की चिकित्सा व्यवस्था को और बेहतर करने का निर्देश दिया है। लक्षण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का 12 घंटे के अंदर एंटीजन टेस्ट कराया जाएगा। कोविड पॉजिटिव रोगियों के संपर्क में आए लोगों का 24 घंटे के अंदर सर्च किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को लखनऊ और कानपुर नगर की वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा करते हुए कहा कि दोनों जिलों में मेडिकल टेस्टिंग, कांटैक्ट ट्रेसिंग व डोर-टू-डोर सर्वे का काम और बेहतर तरीके से करने का निर्देश दिया। इसके लिए एक मेडिकल टीम भी लगाई जाए। राज्य सरकार लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृप संकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ के केजीएमयू, एसजीपीजीआई और आरएमएलआईएमएस में कोविड मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाई जाए। इसी प्रकार निजी अस्पतालों व संस्थानों में चल रहे कोविड अस्पतालों में बेड़ की संख्या बढ़ाने पर जिला प्रशासन कार्ययोजना बनाकर उसे लागू कराए। वेंटीलेटर और एचएनएफसी के बेड की संख्या भी बढ़ाई जाए। कोविड और नॉन कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाए। कम से कम 48 घंटे के बैकअप की व्यवस्था होनी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि कोरोना पर जीत के लिए जरूरी है कि इसके साथ पूरी मजबूती से युद्ध लड़ा जाए। डीएम और सीएमओ सुबह मेडिल कॉलेज और शाम को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में नियमित रूप से बैठक कर समीक्षा करेंगे। कोविड-19 से बचाव व उपचार के संबंध में चल रही गतिविधियों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त मैनपावर की जरूरतों का आकलन किया जाए। इसके अनुरूप कार्यवाही करते हुए कर्मियों की तैनाती की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यालय स्तर पर एक डिजिटल प्लेटफार्म की व्यवस्था की जाए जो कोविड-19 के नियंत्रण के संबंध में सभी जिलों में डॉक्टरों से बातचीत करे। कोविड मरीजों की गहन मॉनीटरिंग करने, कोविड वार्ड में सीसीटीवी कैमरा लगवाने और वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा नियमत राउंड लेने का भी निर्देश दिया है।