लखनऊ। विश्व हिंदू महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन की रविवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह मौसेरे भाई आदित्य और पत्नी कालिंदी के साथ मार्निंग वॉक पर निकले थे। हमलावर अकेले बाइक से आया था। परिवर्तन चौराहे से थोड़ी दूर ग्लोब पार्क के पास बदमाश ने रणजीत को रोक लिया। हमलावर ने असलहा तानकर रणजीत और आदित्य का मोबाइल फोन लूट लिया। इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हमले में रणजीत की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं आदित्य के हाथ में एक गोली लगी है। रणजीत ने तीन शादियां की है, जिसमें वर्तमान में दो पत्नियां कालिंदी निर्मल शर्मा और निर्मला श्रीवास्तव उनके साथ रहती हैं।
उधर, विश्व हिंदू महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन का शव कड़ी सुरक्षा में पोस्टमॉर्टम हाउस से उनके आवास ओसीआर बिल्डिंग ले जाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी कालिंदी और पत्नी की बहन ज्योति साथ में थे। वहीं, कालिंदी मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि उन्हें इंसाफ चाहिए।
मूलरूप से गोरखपुर के अहिरौली अरहरनगर निवासी रणजीत बच्चन राजधानी के ओसीआर बिल्डिंग के बी ब्लॉक में रहते हैं। वह रोजाना की तरह ही रविवार सुबह करीब छह बजे घर से मार्निंग वॉक पर निकले थे। इस दौरान उनकी पत्नी कालिंदी और मौसेरे भाई आदित्य भी साथ थे। हजरतगंज स्थित परिवर्तन चौक के पास कालिंदी पति से आगे निकल गईं, जबकि आदित्य और रणजीत एक साथ वॉक कर रहे थे। ज्वॉइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के मुताबिक, पीछे से एक बाइक सवार रणजीत के पास आया था, जो शॉल ओढ़े हुए था। पहलेे हमलावर ने असलहा तानकर रणजीत और आदित्य के मोबाइल छीन लिए। रणजीत और आदित्य के विरोध करने पर अंधाधुंध गोलियां चला दी। एक गोली रणजीत के चेहरे पर लगी, जिससे वह जमीन पर गिर गए। इसके बाद बदमाश उनके गले से चेन लूटकर भाग निकला। वहीं, हाथ में गोली लगने से घायल आदित्य ने शोर मचाकर मदद मांगी।
पुलिस कमिश्नर समेत बड़ी संख्या में फोर्स ने घटना स्थल का मुआयना किया। मौके से पुलिस को कुछ खोखे मिले हैं। पुलिस कमिश्नर ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में हजरतगंज कोतवाली के केडी सिंह बाबू स्टेडियम चौकी इंचार्ज संदीप तिवारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय के मुताबिक, हत्या के पीछे रंजिश, लूट, पारिवारिक विवाद समेत अन्य बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। जल्द ही वारदात का राजफाश कर दिया जाएगा।
संयुक्त पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि आदित्य श्रीवास्तव ने जानकारी दी थी वे अपने मौसेरे भाई के रणजीत के साथ मॉनिंग वॉक पर ओसीआर से निकले थे। ग्लोब पार्क के पास आगे जाते हुए, एक व्यक्ति ने उन्हें रोका। वे शॉल ओढ़े हुए था उसने उनके असलहा लगाकर मोबाइल फोन छीनने का प्रयास किया। इसी झगड़े में गोली चल गई और सीधे रणजीत के सिर में जाकर लगी। वह मौके पर गिर गया। घटना में आदित्य के हाथ पर गोली लगी और वो घायल हो गया।
मृतक रणजीत के खिलाफ उसकी साली ने छेड़खानी की एफआइआर दर्ज कराई थी। पत्नी कालिंदी की बहन ने उनपर गंभीर आरोप लगाया था। 2017 में गोरखपुर के शाहगंज थाने में मामला दर्ज हुआ था। जांच के दौरान दुष्कर्म की धारा भी बढ़ाई गई थी। रणजीत की पहली पत्नी स्मृति गोरखपुर में रहती हैं। दो दिन पहले वे स्मृति से मिलने गोरखपुर गए थे। रणजीत की पहली शादी परिवार वालों ने काफी वर्ष पूर्व की थी। इसके बाद रणजीत ने दो शादियां और की थी, जिसमें पत्नी कालिंदी और दूसरी स्मृति हैं। बताया जा रहा है कि रणजीत का स्मृति से कुछ पारिवारिक विवाद भी चल रहा था। स्मृति ने गोरखपुर में पति के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई थी। पुलिस ने स्मृति से भी पूछताछ की है और हत्या के पीछे छिपे कारण का पता लगा रही है।
कालिंदी ने हत्या के पीछे हिंदू विरोधी संगठनों की संलिप्तता का आरोप लगाया है। हालांकि, उन्होंने किसी से रंजिश से इन्कार किया है। कालिंदी का कहना है कि रणजीत को फेसबुक और वाट्सऐप पर अक्सर धमकियां मिलती थीं। वह पूर्व में समाजवादी पार्टी से भी जुड़े थे और भारत से भूटान तक की साइकिल यात्रा के दल नायक थे। रणजीत का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। सोशल मीडिया पर रणजीत और उनकी पत्नी की कई बड़ी हस्तियों के साथ फोटो भी है, जो इस वारदात के बाद से वायरल हो रही है। वहीं, पूर्व पत्नी स्मृति भी हजरतगंज थाने पहुंची हैं जहां उनसे पूछताछ चल रही है।
संयुक्त पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि 2002 और 2009 के बीच रणजीत और उनकी पत्नी कालिंदी निर्मल शर्मा ने साइकिल यात्रा निकाली थी। जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया था। बाद में उन्होंने विश्व हिंदू महासभा नाम से संगठन बनाया था। पति-पत्नी के बीच कोई पारिवारिक विवाद भी था। उस पर भी देखा जा रहा है, लूट की घटना पर भी नजरें है। सीसी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। सिविल पुलिस क्राइम ब्रांच की आठ टीमें घटना की जांच कर रही है।
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके घटना पर आक्रोश जताया और सरकार से इस्तीफे की मांग की है। ट्वीट का कहा- ”लखनऊ में दिनदहाड़े हिन्दू महासभा के अध्यक्ष की हत्या से आम जनमानस में दहशत! उत्तर प्रदेश में सरकार और पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है! निकम्मी सरकार तत्काल इस्तीफा दे।” वहीं पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने घटना के बाद रणजीत बच्चन के घर के बाहर प्रदर्शन किया। जहां पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर वापस कर दिया।