आगरा। कोरोनावायरस को महामारी घोषित करने के बाद देश में महामारी एक्ट में पहली एफआईआर आगरा के सदर थाने में दर्ज हुई है। यहां कोरोना संक्रमित मिली एक महिला आइसोलेशन वार्ड से भागकर अपने मायके में छिप गई थी। उसके परिजन ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस से यह बात छिपाई थी। पुलिस ने महिला के पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है, जांच के बाद अन्य परिजन के नाम भी एफआईआर में शामिल किए जा सकते हैं।
कैंट रेलवे कॉलोनी निवासी रेलवे कर्मचारी की बेटी का विवाह एक माह पहले बेंगलुरु में नौकरी करने वाले युवक के साथ हुआ था। शादी के बाद दोनों हनीमून मनाने के लिए इटली गए थे। इटली से लौटने के बाद पति में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई। महिला बीते गुरुवार को आगरा कैंट पहुंची थी। यहां पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे रेलवे अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड भेजा गया। जहां से सैंपल लेकर जांच के लिए अलीगढ़ भेजा गया।
पुलिस ने कड़ाई से पूछा तब सच बताया
महिला के कई घंटे गायब रहने के मामले में जिला प्रशासन और ने कड़ा रुख अपनाया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो परिजन ने बताया कि महिला घर पर ही है। डर के कारण उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से झूठ बोला था। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित महिला को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। साथ ही रेलवे विभाग ने युवती के पिता व भाई को 14 दिन की छुट्टी दे दी है। परिवार को 14 दिनों तक के लिए जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।