मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के सरकारी बंगले ‘वर्षा’ में एक दीवार पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विरोध और भाजपा के समर्थन में कुछ शब्द लिखे मिलने पर विवाद पैदा हो गया है। यह बंगला मालाबार हिल्स इलाके में और फिलहाल खाली है।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इसे खाली कर दिया था और नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अभी इस घर में आए नहीं हैं। वह बांद्रा स्थित अपने निजी घर ‘मातोश्री’ से ही कामकाज कर रहे हैं।
फड़नवीस ने इसे ओछी राजनीति करार दिया है। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि दीवार को पेंट किया जा सकता है, लेकिन जिन्होंने ये टिप्पणी लिखी है उन्होंने अपने मुंह पर कालिख पोत ली है। कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि वर्षा किसी की निजी मिल्कियत नहीं है, बल्कि यह सरकारी संपत्ति है।
इससे पहले शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि विपक्ष शिवसेना से जलती है क्योंकि पहले वो सत्ता में थी, लेकिन अब बाहर हो चुकी है। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि हम भाजपा के दर्द को समझते हैं लेकिन इस समय हम अपने काम पर पूरा ध्यान दे रहे हैं क्योंकि लोगों ने हम पर भरोसा किया है। हमने जनता से किए अपने वादों को पूरा करना भी शुरू कर दिया है जैसे कि कर्ज माफी, 10 रुपये में खाना या फिर लोगों को रहने के लिए घर मुहैया कराना।
बता दें कि शिवसेना ने भाजपा के साथ विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बाद शिवसेना ने पिछले महीने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।