मुंबई। कांग्रेस ने शुक्रवार को मांग की कि मुंबई में ऐसे स्कूल प्रबंधन के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए, जो बच्चों को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) समर्थन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। कांग्रेस की यह मांग ऐसे समय आई है जब पड़ोसी राज्य कर्नाटक के बीदर में सीएए और पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाले नाटक का मंचन करने पर स्कूल के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया।
नाटक के मंचन पर दर्ज किया गया देशद्रोह का मंचन
यह नाटक 21 जनवरी को कक्षा 4, 5 और 6 के छात्रों ने स्टेज पर मंचन किया था और उनके खिलाफ 26 जनवरी को देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया। इस मामले में बीदर पुलिस ने शाहीन स्कूल की प्राचार्य और छात्र की माता को गिरफ्तार कर लिया है। नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को अपमानित किया गया। नाटक में एक बच्ची ने प्रधानमंत्री के खिलाफ असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया। इसमें यह भी कहा गया है कि CAA और NRC के लागू होने पर एक समुदाय के लोगों को देश छोड़कर जाना पड़ेगा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इससे पहले इसी महीने माटुंगा के स्कूल में सीएए के समर्थन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
क्यों न दर्ज किया जाए देशद्रोह का मामला
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने बयान जारी कर कहा कि अगर सीएए के खिलाफ नाटक के मंचन के लिए छात्रों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जा सकता है तो मुंबई के एक स्कूल के प्रबंधन और आयोजकों के खिलाफ भी सीएए के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन करने पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून
ज्ञात रहे कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के अंतर्गत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 10 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।