महाशिवरात्रि पर भोले की नगरी काशी में हर तरफ बम-बम भोले और हर हर महादेव गूंज रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर पर लंबी कतार लगी हुई है। सुबह आठ बजे तक ही 75 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं का रेला मंदिर पहुंच चुका था। दस बजे यह संख्या एक लाख को पार कर गई। काशी के अन्य शिवालयों में भी इसी तरह भीड़ है। महामृत्युंजय मंदिर और कैथी के मारकंडे महादेव के साथ ही बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर पर कतार लगी हुई है।
काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में सुबह से ही आला अधिकारी भी व्यवस्था पर नजरें लगाए हुए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। छत्ताद्वार ज्ञानवापी से ही आम लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। छत्ता द्वार से गोदौलिया और मैदागिन दोनों ओर लाइन लगाई गई है। दिव्यांग और बुजुर्ग भक्तों को नीलकंठ और ढुंढिराज गणेश वाले रास्ते भी प्रवेश देने का निर्देश अधिकारियों ने दिया है।
पहली बार महाशिवरात्रि पर गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित है। जलाभिषेक के लिए सावन की तरह व्यवस्था की गई है। गर्भगृह के चारों गेट पर लगे पात्र से जलाभिषेक किया जा रहा है।