लखनऊ। राजधानी समेत पूरा प्रदेश मंगलवार को घने धुंध में लिपटा रहा। दिनभर धूप नहीं निकली। इसके चलते लखनऊ समेत कई जिलों में अधिकतम तापमान में सोमवार के मुकाबले साढ़े सात से 11 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, लखनऊ के न्यूनतम तापमान में .7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कम अंतर ने लोगों को ठंड का अहसास कराया। इसके चलते बाजारों और सड़कों पर भीड़भाड़ कम दिखी। वहीं, ठंड से बचने के लिए कोई चाय की चुस्की लेता दिखा तो किसी ने अलाव का सहारा लिया। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार इस सीजन का अभी तक का सबसे ठंडा दिन रहा।
लखनऊ में अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री कम 14.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 11.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को अधिकतम ताप अधिकतम व न्यूनतम तापमान में महज तीन डिग्री का फासला रहा। इससे पहले सोमवार को अधिकतम तापमान 22.2 और न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं, गोरखपुर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में महज 1.8 डिग्री का अंतर रहा।
यहां ठंड ने दिखाया असर
सूबे में कई शहरों में अधिकतम तापमान में नौ से 11 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बहराइच, बरेली में 11 डिग्री की गिरावट हुई। वहीं, मेरठ, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, गोरखपुर में अधिकतम तापमान 10 डिग्री लुढ़का। लखनऊ, हरदोई में पारा नौ डिग्री नीचे गिर गया।
पिछले साल के मुकाबले दस डिग्री कम रहा तापमान
पिछले वर्ष के मुकाबले 17 दिसंबर को तापमान करीब दस डिग्री कम रिकॉर्ड हुआ। पिछले साल 17 दिसंबर को अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं, न्यूनतम तापमान इस वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले तीन डिग्री अधिक रहा।
राजधानी में बुधवार को हालात कुछ सुधरेंगे। दोपहर में कुछ देर के लिए हल्की धूप दिखाई दे सकती है। लेकिन, सुबह कोहरा छाया रहेगा। पश्चिमी व पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर घना धुंध व कोहरा रहने के आसार हैं। इससे कोल्ड डे कंडीशन बनी रहेंगी। मौसम विभाग के अनुसार बीते दिन हुई बारिश से नमी बनी हुई है। वहीं, पहाड़ी इलाकों से आ रही सर्द उत्तर पश्चिमी हवा कोहरा बढ़ा रही है। इससे सूर्य की किरणें नीचे नहीं आ पा रही हैं।
धुंध के चलते राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) में कुछ वृद्धि दर्ज की गई। मंगलवार को एक्यूआइ 164 रिकार्ड हुआ। यह सोमवार के मुकाबले छह यूनिट अधिक रहा। हालांकि, लखनऊ में दिल्ली के मुकाबले एक्यूआइ कम रहा।