लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि एनसीआर में कोविड के नए केस में बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे के भीतर गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में क्रमशः 126 और 30 नए केस पाए गए। ऐसे में जरूरी है कि टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए। हर दिन न्यूनतम डेढ़ लाख टेस्ट किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री मंगलवार को टीम-9 के साथ बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड पॉजिटिव मिल रहे लोगों से सतत संवाद-संपर्क बनाते हुए उनके उपचार की सभी जरूरी व्यवस्था कराई जाए। ज्यादातर लोगों को होम आइसोलेशन की ही आवश्यकता पड़ रही है, उन्हें कोविड आइसोलेशन प्रोटोकॉल की पूरी जानकारी दी जाए।
प्रदेश में मलेरिया समाप्ति की ओर
उन्होंने कहा कि नियोजित प्रयासों से इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के बाद संचारी रोगों के उन्मूलन में उत्तर प्रदेश ने एक और बड़ी सफलता प्राप्त की है। हाल के परिणाम बताते हैं कि प्रदेश में मलेरिया और कालाजार रोग समाप्ति की ओर है। प्रति 1,000 की जनसंख्या पर एक से भी कम लोगों में मलेरिया की समस्या देखी गई, जबकि कालाजार रोग 22 चिन्हित ब्लॉक में हर 10,000 की आबादी में एक से कम लोगों में ही देखा गया है। यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने टीम यूपी को बधाई देते हुए कहा कि बहुत जल्द हमारा प्रदेश कालाजार मुक्त हो जाएगा और मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण भी हो जाएगा।
प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 1316 है। बीते 24 घंटों में 91,673 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 203 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। 162 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। एनसीआर व लखनऊ जैसे जिलों में जहां केस अधिक मिल रहे हैं, वहां फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए।
31 करोड़ 17 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 87.67 फीसदी से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.74 फीसदी किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 64.33 फीसदी से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए। 18 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है।