राजधानी दिल्ली में बुधवार को करीब 3800 नए कोरोना मरीज मिलने के बाद कुल मामले बढ़कर 70 हजार के पार पहुंच गए हैं। कोरोना केसों के मामले दिल्ली ने मुंबई को पीछे छोड़ दिया है और देश में सबसे अधिक संक्रमितों वाला शहर बन गया है। मुंबई में बुधवार को 1,144 केस मिलने से संक्रमितों की कुल संख्या 69,625 है। हालांकि, मुंबई के मुकाबले दिल्ली में कम मरीजों की जान गई है। दिल्ली में जहां अब तक 2365 मरीज दम तोड़ चुके हैं वहीं देश की आर्थिक राजधानी में 3,962 मरीजों की मौत हो चुकी है।
हालांकि, 2000 से ज्यादा मरीज भी ठीक भी हुए हैं। राजधानी में वर्तमान में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर अब 266 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटों में दिल्ली में 3788 नए मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं 2124 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर चले गए हैं। इस बीच आज 64 मरीजों की मौत होने की जानकारी भी मिली है।
दिल्ली में फिलहाल कोरोना के 26588 एक्टिव केस हैं। अब तक आंकड़ों पर नजर डालें तो कुल संक्रमितों की संख्या 70390 पर पहुंच गई है। इनमें से 41437 मरीज जहां इस महामारी को मौत देकर पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं, वहीं 2365 मरीज मौत के मुंह में भी समा चुके हैं।
हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, आज दिल्ली में 19059 लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए हैं। यहां प्रति 10 लाख लोगों पर 22142 के टेस्ट किए जा रहे हैं। राजधानी में अब तक 420707 लोगों के टेस्ट किए जा चुके हैं। ज्ञात हो कि दिल्ली में पहली बार मंगलवार को एक दिन में कोरोना के रिकॉर्ड 3,947 मामले सामने आए थे।
गौरतलब है कि दिल्ली में मरीजों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने छतरपुर में 10,000 से अधिक बेड की क्षमता वाले कोविड-19 केंद्र की देखरेख का जिम्मा बुधवार को संभाल लिया। आईटीबीपी के अधिकारियों की एक टीम ने राधा स्वामी ब्यास केंद्र का दौरा कर दिल्ली सरकार के अधिकारियों से चर्चा की। गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ही इस केंद्र के संचालन का जिम्मा आईटीबीपी को सौंपे जाने की जानकारी दी थी।
इस क्वारंटाइन सेंटर में 10,200 से अधिक मरीजों को रखा जा सकेगा। 15 फुटबॉल मैदानों जितने बड़े छतरपुर के इस सेंटर को सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर एंड हॉस्पिटल नाम दिया गया है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि कोरोना रोगियों के लिए अस्थायी रूप से बनाया गया यह सेंटर चीन के लीशेंसन में स्थापित किए गए सेंटर से 10 गुना बड़ा होगा। चीन के सेंटर में 1,000 मरीजों को रखने की सुविधा थी। फरवरी में चीनी राजनयिकों ने उस अस्पताल के निर्माण का एक वीडियो जारी किया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने इस महीने की शुरुआत में उपराज्यपाल अनिल बैजल से ऐसी जगहों का पता लगाने को कहा था जहां जरूरत पड़ने पर दिल्ली सरकार कोरोना रोगियों को रखने और इलाज करने की अपनी क्षमता का तेजी से विस्तार कर सके।