इस्लामाबाद। हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से सोमवार को करतारपुर कॉरिडोर को देखते हुए एक स्पेशल सॉन्ग को रिलीज किया गया हैं। इस सप्ताह पाकिस्तान के करतारपुर में दरबार साहिब गुरुद्वारे से भारत के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक मंदिर को जोड़ने वाले गलियारे का उद्घाटन हैं। जहां इस बीच पाकिस्तान की सरकार की तरफ से करतारपुर कॉरिडोर पर जारी किए गए सॉन्ग की वीडियो भी शेयर की गई। हालांकि, यह तो पहले ही पता चल गया था कि इस गीत में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और एसएडी नेता हरसिमरत कौर बादल भी हैं, लेकिन अपनी हरकतों से बाज ना आते हुए पाकिस्तान ने फिर नापाक हरकत की है।
करतारपुर सॉन्ग को पंजाबी भाषा में पेश किया गया, जिसमें ननकाना साहिब में तीर्थयात्रा के लिए आ रहे हैं। वीडियो में तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान सरकार की इस पहल की तारीफ करते हुए भी दिखाया गया है। हालांकि, इसके सोशल मीडिया में वायरल होने के पीछे की सच्चाई कुछ और है। बता दें कि इस वीडियो में पाकिस्तान खुले तौ पर मारे गए तीन खालिस्तानी अलगाववादी नेताओं की तस्वीरें दिखा रहा है। इस वीडियो में खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाले समेत 3 आतंकवादियों की तस्वीर भी शामिल है। इस वीडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाले के साथ अमरीक सिंह खालसा और मेजर जनरल (Dismissed)शबेग सिंह को दिखाया गया है। ये सभी खालिस्तानी अलगाववादी नेता जून 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए थे।
आपको बता दें कि भारत पिछले 70 सालों से लगातार करतारपुर कॉरिडोर खोलने की मांग करता रहा है, लेकिन 2 साल पहले पाकिस्तान ने अचानक यह फैसला लेकर और इसमें तेजी से आगे बढ़कर सबको अचंभित कर दिया था। वहीं, इस कॉरिडोर का उद्घाटन सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती से पहले करने का तय हुआ है।
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को औपचारिक निमंत्रण भेजा है। उन्होंने भेज पत्र में लिखा है कि शनिवार 9 नवंबर 2019 को पाकिस्तान के नरोवाल में गुरूद्वारा दरबार साहिब करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया गया है। वहीं, सिद्धू पहले ही उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए इच्छा जता चुके हैं। सिद्धू ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर पाकिस्तान जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया था।