इस साल चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से शुरू हो चुकी हैं जो कि दो अप्रैल तक चलेंगी। आज नवरात्रि का तीसना दिन यानी मां चंद्रघंटा का दिन है। चैत्र नवरात्रि विक्रम संवत कैलेंडर के प्रथम माह चैत्र के पहले दिन से शुरू होती हैं। यह नवरात्रि शुक्ल पक्ष यानी फाल्गुन पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा अलग-अलग रूप में आपके घर में विराजमान रहती हैं। मां दुर्गा 9 रूपों- मां शैलपुत्र, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, मां कूष्मांडा देवी, मां स्कंदमाता, मां कत्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की जो विधि विधान और आस्था के साथ पूजा करता है उसके घर में सुख समृद्धि का वास होता है।
लेकिन इन नौ दिनों के दौरान यदि आप कोई भी भूल करते हैं तो मां नाराज हो सकती हैं और व्रत व उपासना का पुण्य नहीं मिलता। नवरात्रि के दौरान आपको कुछ वर्जित कार्य भूलकर भी नहीं करने चाहिए, वरना देवी मां नाराज हो सकती हैं और व्रत रखने का शुभ फल नहीं मिलता।
1- नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना और अखंड ज्योति जलाई जाती है। इन दिन घर को कभी भी खाली नहीं छोड़ना चाहिए और संभव हो तो आप खुद घर में रहें।
2- नवरात्रि के सभी दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को ना बाल कटवाने चाहिए और ना शेविंग करनी चाहिए। लेकिन बच्चों का मुंडन संस्कार करवाना शुभ होता है।
3- इन 9 दिन आपको दोपहर के समय सोना नहीं चाहिए, इससे व्रत का फल नहीं मिलता।
4- व्रत के दौरान साफ-सुथरे और धुले कपड़े पहनने चाहिए। इससे मां दुर्गा प्रसन्न रहती हैं और अपने घर को भी स्वच्छ रखना चाहिए। यानी पवित्रता में बाधा नहीं पड़ी चाहिए।
5- नवरात्र में व्रत के दौरान चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, जूते-चप्पल, बैग आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
6- नवरात्रि व्रत के दौरान शारिक संबंध नहीं बनाना चाहिए।
7- नवरात्रि के नौ दिनों तक यदि घर में किसी का व्रत है तो मांसाहार से परहेज करना चाहिए और तामसी प्रवृत्ति का भोजन जैसे लहसुन-प्याज युक्त सब्जी नहीं खानी चाहिए।