काठमांडू। ऐसे में जब दुनिया कोरोना जैसी जानलेवा महामारी का सामना कर रही है… बार बार आ रहे भूकंपों ने भी लोगों के बीच दहशत फैला दी है। आज यानी गुरुवार को नेपाल में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया जिससे खौफजदा लोग घरों से बाहर निकल आए। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल के सिंधुपालक चौक जिले में भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। हालांकि इस भूकंप से किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं सामने आई है।
उल्लेखनीय है कि नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता का जबरदस्त भूकंप आया था जिसमें करीब नौ हजार लोगों की जान चली गई थी जबकि 10 लाख घरों को नुकसान पहुंचा था। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस भूकंप में करीब 28 लाख लोग विस्थापित हुए थे। लोग आज भी उस घटना को याद कर सिहर उठते हैं।
वहीं समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, मध्य अमेरिकी देश होंडूरास में भी बृहस्पतिवार को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। यूएस जीओलॉजिकल सर्वे की मानें तो सुबह दो बजे के आसपास होंडूरास में 6.3 तीव्रता के तगड़े झटके महसूस किए गए। हालांकि इस भूकंप में भी किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
अध्ययन बताते हैं कि हिमालयन बेल्ट को भूकंप से ज्यादा खतरा है। अध्ययन बताते हैं कि भारत में हिंदुकुश से अरुणाचल प्रदेश तक जाने वाले रेंज में बड़ी तीव्रता के भूकंप आते हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो भूकंप फॉल्ट-लाइन प्रेशर की वजह से आते हैं। स्थानीय और कम तीव्रता वाले भूकंपों के लिए फॉल्ट लाइन प्रेशर की जरूरत नहीं होती है। धरातल के नीचे छोटे-मोटे एडजस्टमेंट्स के कारण भी छोटे झटके महसूस किए जा सकते हैं। अभी हाल ही में दिल्ली में भी भूकंप के तेज झटके मससूस किए गए थे।