नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट के बीच चक्रवाती तूफान भी तबाही मचाए हुए है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आये अम्फान के बाद निसर्ग तूफान भी गुजरात में बुधवार दस्तक दे सकता है। जिसके मद्देनजर महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन-दीव और दादरा नगर हवेली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इससे होने वाली तबाही की आशंका को देखते हुए राज्य सरकारों ने निचले स्थानों पर रहने वालों को निकालने का आदेश भी जारी कर दिए हैं। साथ ही आधा दर्जन से अधिक जिलों में नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की 10 टीमें तैनात की गई हैं। निसर्ग के खतरे से निपटने के लिए कुल NDRF 23 टीमों को तैनात किया गया है।
निसर्ग तूफान मुंबई और पालघर के नजदीक पहुंच गया है। यह मुंबई में समुद्र के तट को छूने वाला है। मुंबई के लिए यह पहला गंभीर चक्रवात होगा। अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र मुंबई की ओर बढ़ रहा है। यह अभी मुंबई से 450 किमी दूर है। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के खतरे को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने इससे निपटने की तैयारियों को लेकर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के अधिकारियों और प्रभावित होने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बैठक की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हर संभव मदद का भरोसा दिया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों में चक्रवात का रूप ले सकता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि 3 जून की शाम को चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात को पार कर जाएगा जिससे भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में गोवा से 300 किलोमीटर दूर है। वहीं इस दवाब के भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने पर हवा की गति 105 से 115 किमी प्रति घंटा हो सकती है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि चक्रवात के कारण उपजी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए दक्षिणी गुजरात के पांच जिलों- सूरत, भरुच, नवसारी, वलसाड और दांग और सौराष्ट्र के भावनगर और अमरेली जिले में NDRF की 10 टीमें तैनात की गई हैं। वहीं सीएम ठाकरे ने कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।