नई दिल्ली। मंगलवार से नौकरी पर आने वाले 3788 निगम प्राथमिक शिक्षकों को झटका लगा हैं। निगम ने नियुक्ति से एक दिन पहले उनके नियुक्ति आदेशों को रद कर दिया है। निगम ने यह कदम केंद्रीय प्रशासनिक प्राधिकरण (कैट) के उस फैसले पर उठाया है। कैट ने दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसबी) के निगम प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के आयोजित परीक्षा परिणाम को रद किया है।
डीएसएसबी के परीक्षा परिणाम को रद करने के बाद चूंकि सभी चयनित शिक्षक की नियुक्ति भी अब अयोग्य हो गई है इसलिए निगम ने उनकी नियुक्ति के लिए जारी आदेशों को वापस ले लिया है। बताया जा रहा है कि एक अभ्यर्थी ने डीएसएसबी के परीक्षा परिणाम को कैट में चुनौती दी थी। इसमें अभ्यर्थी ने दावा किया था प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के लिए परीक्षा ऑनलाइन हुई थी और अलग-अलग बैच में परीक्षा आयोजित होने के बाद भी कई प्रश्न हर बैच में एक जैसे आए थे।
वर्ष 2018 में हुई थी परीक्षा
उल्लेखनीय है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की नोडल एजेंसी है। डीएसएसबी के परीक्षा परिणाम के आने के बाद निगम ने तीनों नगर निगम में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा किया था। सभी चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के सत्यापन के साथ उनका मैडिकल और पुलिस वैरीफिकेशन भी निगम ने कराई थी। इस प्रक्रिया को निगम ने करीब चार माह में पूरा किया था। डीएसएसबी के पद संख्या 16/17 और 1/18 के लिए वर्ष 2018 में सितंबर-अक्टूबर माह में चार चरणों परीक्षा हुई थी।
29 मार्च 2019 को घोषित किया था परीक्षा परिणाम
29 मार्च 2019 को इसका परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। डीएसएसएसबी द्वारा कुल 3788 पदों में से सामान्य वर्ग के लिए 1286, ओबीसी के लिए 1057, अनुसूचित जाति के लिए 616, अनुसूचित जनजाति के लिए 659 और दिव्यांगों के लिए 170 प्रत्याशियों का चयन किया था। इन सभी की नियुक्ति निगम दिल्ली के तीनों नगर निगमों (पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी ) में होनी थी।
कैट के फैसले के बाद अब दक्षिणी और पू्र्वी निगम ने शिक्षकों के नियुक्ति के आदेश रद कर दिया है। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आयुक्त वर्षा जोशी ने कहा कि आज प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की लिस्ट बेवसाइट पर अपलोड की थी। इसको लेकर कुछ कानूनी कार्रवाई हुई है लेकिन उन्हें पूरी जानकारी नहीं हैं और न ही कोई औपचारिक कोर्ट का आदेश मिला है। आगे की कार्रवाई कोर्ट के आदेश मिलने के बाद की जाएगी।
इससे पहले भी रद् हो चुकी है परीक्षा
निगम शिक्षकों के भर्ती के लिए यह तीसरी बार हैं जब अभ्यर्थियों को झटका लगा हो। इससे पहले दो बार पेपर लीक होने की वजह से सरकार ने इस परीक्षा को रद कर दिया था। इस नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान एक ओर परीक्षा चल रही थी और उसी समय पेपर फेसबुक पर लीक हो गया था। जिसका अभ्यर्थियों ने विरोध किया था। जिसके बाद सरकार ने इसकी फिर से परीक्षा कराने का फैसला लिया था।
इतना ही नहीं वर्तमान नियुक्ति प्रक्रिया में 77 ओबीसी उम्मीदवारों के प्रमाण पत्र को लेकर भी विवाद हुआ था। जिसमें यह बात सामने आई थी कि कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनके ओबीसी प्रमाण पत्र सही नहीं है।
निगम स्कूलों में है शिक्षकों की भारी कमी
शिक्षकों की नियुक्ति रद् होने के बाद दिल्ली के तीनों नगर निगमों को झटका लगा है। निगमों को उम्मीद थी कि शिक्षकों के खाली पदों को भरा जा सकेगा। क्योंकि प्राथमिक शिक्षक न होने की वजह से शिक्षकों की पदोन्नति भी नहीं हो पा रही है। इतना ही नहीं कई स्कूल ऐसे हैं जो बिना प्रधानाचार्य़ के ही चल रहे हैं।