पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी के कारण नवंबर में ही राजधानी में सर्दी के रिकॉर्ड टूट रहे हैं। रविवार को न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 17 सालों में 22 नवंबर को सबसे कम रहा। इससे पहले वर्ष 2003 में 22 नवंबर को न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, शुक्रवार को 7.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ दिल्ली ने पिछले 14 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा था।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम 6.9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में अधिकतम आर्द्रता का स्तर 94 फीसदी और न्यूनतम 48 फीसदी रहा। दिल्ली के लोदी रोड इलाके में भी सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आया नगर में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की गति 12 किलोमीटर प्रतिघंट रही।
मौसम विभाग के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक रविवार को दर्ज न्यूनतम तापमान पिछले 17 सालों में 22 नवंबर का सबसे कम तापमान है क्योंकि, इससे पहले वर्ष 2003 में ही इससे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था। मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम लगातार दो दिन तक रहता है। ऐसे में शीत लहर घोषित की जाती है। हालांकि, दिल्ली का क्षेत्रफल अन्य मैदानी इलाकों में स्थित राज्यों से कम है। ऐसे में एक दिन के लिए भी ऐसी स्थिति रहती है तो यह शीत लहर मानी जाएगी। जबकि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस कम ही दर्ज किया जा रहा है। अगले 4-5 दिन में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के आसार
श्रीवास्तव के अनुसार, पश्चिम हिमालय से आने वाली सर्द हवाओं के कारण लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, हालांकि अगले 4 से 5 दिनों के भीतर पश्चिमी विक्षोभ के सक्त्रिस्य होने की वजह से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना है।