बिहार। औराई के थाना क्षेत्र की रतवारा पूर्वी पंचायत के एरिया गांव के मनोज राय की गर्भवती पत्नी रंजना देवी की मौत इलाज के अभाव में हो गई। परिजन का कहना है कि पैसे के अभाव में सही इलाज ना होने के कारण उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। सरकारी अस्पताल से रेफर करने के बाद उसे निजी अस्पताल में ले गया। वहां 50 हजार रुपये की मांग की गई। रुपये के अभाव में इलाज नहीं हो सका और वह मर गई।
मनोज राय ने बताया कि पत्नी रंजना को लेकर शनिवार को दिन में औराई पीएचसी गया था। रंजना को ब्लीडिंग अधिक हो रहा था। वह नौ माह की गर्भवती थी। पीएचसी से एंबुलेंस से उसे एसकेएमसीएच भेज दिया गया। एसकेएमसीएस में पांच घंटे तक रखा गया। सही इलाज नहीं होने व कोई सुधार न होने की स्थिति में अखाड़ाघाट स्थित एक निजी अस्पताल में ले गया जहां उससे इलाज के लिए 50,000 रुपये जमा करने को कहा गया । पांच हजार रुपये साथ लेकर गए मनोज राय ने बाद में पैसा देने का आग्रह भी किया पर अस्पताल का गेट बंद कर लिया गया। वहां से फिर रंजना को एसकेएमसीएच लाने का प्रयास कर रहा था लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। इसके बाद एंबुलेंस भाड़ा कर गांव पहुंचा जहां एंबुलेंस चालक ने 12 हजार रुपये भाड़ा मांग रहा था जो पहले तय किया था। गांव के लोगों ने चालक को किसी तरह समझाकर पांच हजार रुपये देकर विदा किया। मनोज को तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। वह खेतीबाड़ी कर परिवार चलाता है। महिला का दाह संस्कार कर दिया गया है।