नई दिल्ली। पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले डेविस कप मुकाबले को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। पाकिस्तान से साथ खेले जाने वाले इस अहम मुकाबले से पहले भारतीय टीम में ही विवाद पैदा हो गया है। भारतीय टेनिस महासंघ (एआईटीए) ने रोहित राजपाल (Rohit Rajpal) को नॉन प्लेइंग कप्तान बनाया है जबकि महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) ने एआईटीए के इस फैसले को मानने से इनकार करते हुए अपनी कप्तानी का दावा किया है। उनका कहना है कि वह इस टीम के पहले भी कप्तान थे और अभी भी हैं।
भूपति ने बुधवार को ट्वीट करते हुए अपनी बात रखी और लिखा, “मैंने AITA की तरफ से सोमवार या उसके बाद से कुछ भी नहीं सुना है। ITF के मैच के वेन्यू पर या इसके तथस्ट स्थान पर कराए जाने के फैसला को मंजूरी दिए जाने पर कोई जानकारी नहीं मिली। इसलिए मैं उपलब्ध हूं और जबकि तक इस बात की जानकारी नहीं मिलती मैं ही कप्तान हूं।”
ट्वीट के बाद AITA ने टीम की कप्तानी पर अपना मत साफ किया है। बुधवार को उन्होंने यह साफ किया कि रोहित राजपाल की पाकिस्तान के खिलाफ टीम की कप्तानी करेंगे। आईएएनएस से AITA के सचिव ने बताया, “जहां तक पाकिस्तान के खिलाफ डेविस कप मुकाबले की बात है तो कप्तानी में कोई बदलाव नहीं होने वाला है।“
अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आइटीएफ) ने 29 और 30 नवंबर को होने वाले इस मुकाबले का आयोजन इस्लामाबाद के बजाय किसी तटस्थ स्थान पर कराने का फैसला किया है।
पहले शीर्ष खिलाड़ी पाकिस्तान जाने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन अब वे इस मुकाबले में खेलने के लिए तैयार हैं। एआइटीए के अधिकारियों ने मंगलवार को इस पर चर्चा की कि क्या शीर्ष खिलाडि़यों को उपलब्धता के बारे में पूछना चाहिए या नहीं क्योंकि ऐसा करने पर उन्हें उन खिलाडि़यों को बाहर करना होगा जिन्होंने सुरक्षा चिंताओं के बावजूद पाकिस्तान दौरा करने में दिलचस्पी दिखाई थीं।
टीम के नए गैर खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल मजबूत टीम चाहते हैं, लेकिन वह यह भी नहीं चाहते कि पाकिस्तान का दौरा करने के लिए हामी भरने वाले खिलाडि़यों को बाहर किया जाए। पता चला है कि राजपाल सभी का साथ लेकर चलने के पक्ष में हैं।
दिग्गज लिएंडर पेस, साकेत मायनेनी, जीवन नेदुचेझियन और एन श्रीराम बालाजी ने खुद को चयन के लिए उपलब्ध रखा था। अगर शीर्ष खिलाड़ी रोहन बोपन्ना चयन की दौड़ में शामिल होते तो पेस को छोड़कर कोई भी अन्य खिलाड़ी अपनी कम रैकिंग के कारण टीम में जगह नहीं बना पाएगा।